ब्यूरो रिपोर्ट- किसान आंदोलन के जरिये सरकारों को हिलाने वाले किसान मसीहा एवं भाकियू के संस्थापक बाबा महेंद्र सिंह टिकैत ( Mahendra Singh Tikait) की आज 89वीं जयंती हैं। बाबा टिकैत ने किसानों की आवाज को खेतों से लेकर सांसद तक पहुंचाया साथ ही उनके आंदोलनों से किसानों को एक बड़ा सियासी फलक भी मिला। आज ऐसा कोई राजनीतिक दल नहीं है जिनके एजेंडे में किसान न हो और उनकी रैली या सभा में बाबा महेंद्र सिंह टिकैत (Mahendra Singh Tikait) को याद न किया जाता हो।
Mahendra Singh Tikait की जयंती
आज लखनऊ में भी भाकियू बड़े स्तर पर बाबा टिकैत की जयंती मानाने का आयोजन किया हैं। यूपी बिहार व् अलग-अलग राज्यों के किसानो आज लखनऊ में बड़े स्तर पर इकठ्ठा हो रहे हैं। आपको बता दे महेंद्र सिंह टिकैत की जयंती पर रालोद मुखियां जयंत चौधरी ने भी बाबा महेंद्र सिंह टिकैत (Mahendra Singh Tikait) को याद कर उनको नमन किया। साथ ही लिखा की किसान के हितो, व अधिकारों की रक्षा में समर्पित किसानो के मसीहा, बाबा महेंद्र सिंह टिकैत (Mahendra Singh Tikait) की जयंती पर सत् -सत् नमन।वही राकेश टिकैत ने भी सोशल मीडिया पर लिखा कि ” बाबा महेंद्र टिकैत ने कहा कि खबरदार इंडिया वालों! ” खबरदार इंडिया वालों! दिल्ली में भारत आ गया है।
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दरअसल बता दे की 25 अक्टूबर 1988 को दिल्ली में 7 लाख से अधिक किसानों की भीड़ के बीच लाउड स्पीकर पर एक आवाज गूंज रही थी” खबरदार इंडिया वालों! दिल्ली में भारत आ गया है। जैसे ही यह आवाज गूंजी,पूरी दिल्ली में भूचाल सा आ गया था। लुटियन जोन में अजीब सी बेचैनी छा जाती थी। दिल्ली पुलिस साच विचार मे पड जाती थी की बस आगे क्या होगा, इसके इंतजार में खड़ी थी। मीडिया टकटकी लगाए मंच की तरफ एक हाथ मे हुक्का व दूसरे हाथ से माइक ऊंचा करते एक शख्स की तरफ देख रही थी। यह आवाज किसान मसीहा स्व. बाबा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत (Mahendra Singh Tikait) जी की थी जो किसानों की आवाज रही ।बता दे अभी लखनऊ में किसान आज अपनी आवाज को भी जयंती के अवसर पर बुलंद करने के लिए पहुंचे हैं।