ब्यूरो रिपोर्ट: मेरठ के मवाना थानाक्षेत्र में फिटकरी गांव के नजदीक एक फैक्टरी (Factory) में हुए हादसे ने दो मजदूरों की जान ले ली। बताया गया कि आज सुबह फैक्टरी का बॉयलर फटने से हादसा हो गया, जिसमें फैक्टरी में काम कर रहे दो कर्मचारी चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची है।
घटना की जांच पड़ताल के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने चाहे लेकिन मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। वहीं कर्मचारियों की मौत की खबर सुनते ही परिजन मौके पर दौड़े। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जानकारी के अनुसार मवाना में फिटकरी गांव के रास्ते पर स्थित टायर गलने वाली फैक्टरी (Factory) में मंगलवार सुबह 5:30 बजे फैक्टरी का बॉयलर फट गया।
Factory का बॉयलर फटने से 2 कर्मचारियों की मौत
इससे वहां काम कर रहे दो कर्मचारियों की मौत हो गई, जबकि तीन बुरी तरह झुलस गए। करीब एक घंटे तक झुलसे मजदूर और मृतकों के शव फैक्टरी में ही पड़े रहे। उसके बाद मौके पर उपलब्ध हुई एंबुलेंस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद घटनास्थल पर डीएम, एसएसपी, एसपी देहात आदि अधिकारी पहुंचे।
बताया गया कि गांव के रास्ते पर मेरठ निवासी अमित ठाकुर व दीपक जैन ने टायर गलने वाली फैक्टरी लगाई हुई है। यहां टायर को गलाकर तेल, राख, तार आदि अलग किए जाते हैं। फैक्टरी (Factory) में इंचौली थाना क्षेत्र के गांव किशोरीपुर के एक दर्जन के करीब लोग कार्य करते हैं। मंगलवार सुबह फैक्टरी में लोग काम पर लगे हुए थे।
इसी दौरान हादसा हो गया। करीब 5:30 बजे बॉयलर फट गया, जिसकी चपेट में आए शंकर (27) पुत्र विजयपाल जाटव, प्रवीण (32) पुत्र चतरू जाटव निवासी किशोरीपुर की मौत हो गई। जबकि दिनेश, शैंकी व उसके पिता सोहनपाल काफी झुलस गए।अन्य कर्मचारियों के मुताबिक एक घंटे तक एंबुलेस, पुलिस को कॉल करते रहे लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया।
करीब 6:30 बजे एंबुलेस आई। घायलों को गंगानगर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी, एसडीएम, एसपी देहात, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। हादसे से क्षेत्र में कोहराम मच गया।
ग्रामीण हजारों की संख्या में फैक्टरी (Factory) में पहुंच गए। पुलिस बचाव कार्य में जुटी है। ग्रामीणों ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए नहीं उठने दिया है। सभी लोग फैक्टरी मालिक को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। वहीं फैक्टरी (Factory) मालिकों ने मोबाइल स्विच ऑफ किए हुए हैं।