ब्यूरो रिपोर्टः लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections ) से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव न लड़ने पर आजम खां और अखिलेश यादव के बीच बात बिगड़ती नजर आ रही है। आजम खां इस बात से नाराज हैं कि अखिलेश यादव उनके कहने के बाद भी रामपुर से चुनाव (Lok Sabha Elections ) में नहीं उतर रहे हैं। बता दे कि खफा आजम खान ने चुनाव बहिष्कार का एलान भी कर दिया है। इस बारे में आजम की ओर से रामपुर के सपा जिलाध्यक्ष अजय सागर ने मीडिया को लिखित बयान भी जारी किया है।
Lok Sabha Elections से पहले सपा में घमासान
वहीं बिजनौर में भी सपा ने अपना प्रत्याशी बदल दिया है। आजम ने पत्र में लिखा है कि हमारे लिए चुनाव हमेशा गरीबों, मजदूरों, युवाओं और आने वाली नस्लों का भविष्य बेहतर बनाने का जरिया रहा है। रामपुर की जनता के साथ घोर अन्याय किया गया। पिछले दो उपचुनावों में जो कुछ हुआ उसे पूरी दुनिया अच्छी तरह जानती है। ऐसी विशेष परिस्थितियों के कारण लोकसभा के वर्तमान चुनाव (Lok Sabha Elections ) में हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से रामपुर से चुनाव लड़ने का आग्रह किया था।
हमारा विचार था कि रामपुर के मौजूदा माहौल को बदलने के लिए अखिलेश यादव का रामपुर चुनाव (Lok Sabha Elections ) लड़ने आना जरूरी है। दरअसल सपा नेता आजम खान का यह भी कहना है कि 1 ही जिले और मंडल में 1 ही अधिकारी चुनाव आयोग के नियमों के विरुद्ध रह रहा है और उद्देश्य केवल और केवल चुनाव हराना ही है, तो परिस्थितियों को खूब समझा जा सकता है। ऐसे में हम वर्तमान चुनाव का बहिष्कार करते हैं। रामपुर के वर्तमान चुनाव के बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष ही निर्णय लेंगे।
उधर, सपा जिलाध्यक्ष अजय सागर ने कहा कि जिला स्तर पर सपा ने रामपुर सीट से चुनाव का बहिष्कार किया है। इस चुनाव में भी पिछले चुनावों (Lok Sabha Elections ) की तरह मतदाताओं को डराने की तैयारी है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रामपुर सीट के लिए जो फैसला करेंगे सभी को मंजूर होगा।