ब्यूरो रिपोर्टः 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक तरफ जहां जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary ) को एनडीए गठबंधन के साथ जोड़कर देखा जाने लगा हैं, वही जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary ) के एक बयान ने एक नई चर्चा को जन्म दे दिया हैं। चर्चा यही कि क्या जयंत चौधरी चुनाव से पहले फिर पलटी मार सकते हैं, क्या जयंत चौधरी की भाजपा में बात नहीं बन रही. ये सवाल इसलिए भी हैं क्योकि एनडीए गठबंधन के साथ जयंत के जाने की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई हैं।
Jayant Chaudhary का आया बड़ा बयान
हालांकि जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary ) ने विधायकों को भी दिल्ली बुलाकर एनडीए के समर्थन में राज्यसभा में वोट करने के लिए कह दिया था। लेकिन बावजूद इसके भाजपा व् रालोद के बीच अभी कोई ऐसी बात बाकी लगती हैं, जिसकी वजह से गठबंधन का आधिकारिक ऐलान होने में देरी हो रही हैं। जब से चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा हुई, उसके बाद जयंत चौधरी के एनडीए गठबंधन में जाने की चर्चा शुरू होना, और जाट समाज व् मुस्लिम वोटर्स में इसका विरोध होना।
इन सब घटनाक्रम से रालोद नेताओ भी खलबली मची हैं। हालांकि रालोद पार्टी के नेता ये जरूर कहते नजर आए की उनके नेता अब सरकार में बैठकर किसानो की आवाज को बुलंद करेंगे। लेकिन जैसे ही जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary ) हापुड़ अपने कार्यकर्ताओ के बीच पहुंचे, तो उनके सामने लोगो की नजारजगी की भी चर्चा हुई। ओर उसी बीच जयंत चौधरी ने अपने कार्यकर्ताओ से कह दिया की आप लोग बैठकर रणनीति बना लो, अभी उन्होंने कोई घोषणा नहीं की हैं।
बता दे कि जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary ) के इस बयान को एनडीए गठबंधन से जोड़कर देखा जा रहा हैं, क्योकि रालोद किसानो की अगवाई करने वाला राजनितिक दल हैं। 13 महीनो तक किसान आंदोलन के दौरान भी रालोद ने किसानो की आवाज को बुलंद तरीके से उठाया था। और अब 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जब एक बार फिर किसान दिल्ली के बॉर्डर पर जुटने की तैयारी कर रहे हैं तो रालोद के कुछ कार्यकर्त्ता भी इससे नाराज हैं।
जो खुलकर पार्टी नेताओं के सामने अपनी बात भी रखते नजर आते हैं। दरअसल जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary ) के जब से एनडीए में जाने की चर्चा तेज हुई हैं, उसके बाद हुए किसान हो या उनकी विचारधारा से जुड़े लोग हो जयंन्त के इस फैसले अचंभित हैं। आपको बता दे कि रालोद के कई समर्थक इसको लेकर सोशल मीडया पर पोस्ट लिख रहे हैं, उन्होने लिखा है कि गिरे हुए आंख उठाकर जमीर के सहारे चलना ठीक नहीं, अपनी औकात में रहेंगे तो अच्छा है।
नहीं समझोगे तो समझा दिये जाएंगे, यहां रामराज है बिना राम के पत्ता भी नहीं हिलता इस राम राज्य में चौधरी के लिए चौधरट बचाना, हमारे लिए सबसे बड़े मान सम्मान की बात होगी। हमें उम्मीद है चौधरट बरकार रहेगी। इस पोस्ट के साथ रालोद समर्थक ने मोदी व् भाजपा नेताओ का वीडियो भी डाला हैं।
बता दे कि इस तरह के पोस्ट लगातार वायरल हो रहे हैं। ऐसे में जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary ) के बयान के संकेत कुछ ठीक नहीं लगाए जा रहे हैं। अब ये सवाल उठने लगा हैं कि एनडीए से क्या रालोद का गठबंधन होगा भी या नहीं। क्योंकि राजनीति कब क्या हो जाए ये कहां नहीं जा सकता हैं।