ब्यूरो रिपोर्टः राजधानी लखनऊ में सोमवार से विधानसभा सत्र (assembly session) शुरू होना है। इससे पहले समाजवादी पार्टी के विधायक और विधान परिषद सदस्य विधानसभा में एकत्र हुए। एक जुट होकर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास प्रदर्शन कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने कहा कि उनका यह प्रदर्शन राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ है। पार्टी के नेता मांग कर रहे थे कि सरकार उन मुद्दों पर ध्यान दे जिनकी वजह से जनता में आक्रोश है।
आज से assembly session शुरू
उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र (assembly session) शुरू होने से पहले समाजवादी पार्टी ने विधान भवन में विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के विधायक और विधान परिषद सदस्य हाथों में तख्तियाँ लेकर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यह प्रदर्शन मुख्य रूप से राज्य सरकार की नीतियों और हालिया घटनाओं को लेकर था। समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना था कि राज्य सरकार किसानों, बेरोजगारों और युवाओं के मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है, और राज्य में महंगाई, बेरोजगारी, तथा अपराध बढ़ रहे हैं।
विधानसभा सत्र (assembly session) के पहले ही दिन समाजवादी पार्टी ने विरोध प्रदर्शन का कारण राज्य सरकार की योजनाओं और उनके क्रियान्वयन पर सवाल उठाना बताया। पार्टी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के पास न तो किसानों की समस्याओं का समाधान है, न ही बेरोजगारों के लिए कोई ठोस नीति। इसके साथ ही पार्टी ने बढ़ती महंगाई और अपराध की स्थिति को भी मुद्दा बनाते हुए विरोध जताया। विधायक और विधान परिषद सदस्य तख्तियाँ लेकर विधानसभा और परिषद के सत्र के शुरू होने से पहले ही अपने विरोध का प्रदर्शन करने के लिए वहां पहुंचे थे।
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समाजवादी पार्टी का यह प्रदर्शन विधानसभा सत्र (assembly session) के पहले दिन ही राजनीतिक तापमान को बढ़ाने का कारण बना। यह विरोध प्रदर्शन उत्तर प्रदेश की राजनीतिक स्थिति और विपक्षी दलों के आक्रोश को दर्शाता है, जो राज्य सरकार की नीतियों से संतुष्ट नहीं हैं। इस प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया कि आगामी सत्र के दौरान विधानसभा और विधान परिषद में गर्मा-गर्म बहस देखने को मिल सकती है।