ब्यूरो रिपोर्टः आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच मनमुटाव भारी पड़ सकता है। पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) नाराज नेताओं को मनाने में जुटे हैं लेकिन क्या यह पर्याप्त होगा? बताया गया कि अरविंद केजरीवाल लगातार कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं ताकि चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं में किसी तरह का मनमुटाव न रहे। दरअसल आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच चल रहा मनमुटाव भारी पड़ सकता है।
चुनाव से पहले नई टेंशन में Arvind Kejriwal
दरअसल वहीं, आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) अपने कार्यकर्ताओं और पार्षदो व विधायकों में चल रहे मनमुटाव को खत्म करने में जुटे हुए हैं। आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) कद्दावर कार्यकर्ताओं, पार्षदों व विधायकों को घर बुलाकर उनसे बात कर रहे हैं और उनकी नाराजगी दूर कर रहे हैं। वहीं, जरूरत पड़ने पर उनके घर भी उन्हें मनाने के लिए जा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल पार्टी की बैठकों में भी संदेश दे चुके हैं कि जिन्हें आपस में झगड़ा करना है। बता दे कि वे फरवरी के बाद करें, फिलहाल चुनाव पर ध्यान दें।
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यह समझें कि हर सीट पर केजरीवाल चुनाव लड़ रहे हैं। आपको बता दें कि दिल्ली का यह विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी के लिए अहम है। दो बार पूर्ण बहुमत से दिल्ली में चुनाव जीतने वाली आप इस बार आशंकित है। उसकी आशंका का कारण भ्रष्टाचार का वह गंभीर आराेप है जो पार्टी के नेताओं पर लगा है, खुद पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) भी इससे अछूते नहीं हैं। केजरीवाल तिहाड़ जेल में 177 दिन यानी लगभग 6 महीने रहकर जमानत पर बाहर आए हैं। इसलिए भी आप इस बार चिंतित है।