सहानपुर (शमीम अहमद): खबर यूपी के सहारनुर (Saharanpur) से है, जहां हाथों पर मेहंदी तो लगी पर दरवाजे तक बारात ना आई, इधर लड़की ने दूल्हे के नाम की हाथों पर मेहंदी रचाई, उधर दूल्हे ने अपने तेवर दिखाते हुए कार की मांग कर डाली, लड़की का पूरा परिवार दोपहर 2:00 बजे तक दरवाजे पर बारात के इंतजार करता रहा, पर कार न मिलने के चलते लड़के वाले बारात लेकर नहीं पहुंचे, बारात के साथ अन्य 2000 मेहमानों के खाने का इंतजाम भी किया गया था, जो बारात न आने के चक्कर में धरा का धरा रह गया।
Saharanpur में दहेज के लोभियों ने दुल्हन के अरमानों को कुचला
दरअसल आपको बता दें कि सहारनपुर (Saharanpur) के नागल में दहेज के लोभियों ने फिर एक दुल्हन के अरमानों को कुचल दिया, सहारनपुर (Saharanpur) के पांडोली रोड निवासी उस्मान की बेटी हिना की शादी सरफराज के साथ तय की गई थी, शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, दो हजार मेहमानों के स्वागत की व्यवस्था थी, लेकिन ऐन मौके पर दूल्हा पक्ष ने बारात लाने से इनकार कर दिया, क्योंकि लड़की पक्ष उनकी कार की डिमांड पूरी नहीं कर पाए, पीड़ित पिता उस्मान के अनुसार, शादी से करीब 15 दिन पहले ही लड़का पक्ष 10 लाख रुपए का दहेज का सामान ले जा चुका था।
शादी के दिन यानी जब बारात का इंतजार करते हुए दोपहर 2 बजे तक दूल्हे सरफराज और उसके पिता मुस्तकीम से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि जब तक 10 लाख रुपए नगद और ब्रेजा कार नहीं दी जाएगी, तब तक बारात नहीं आएगी। दहेज की इतनी बड़ी मांग पूरी कर पाना लड़की के परिवार के लिए संभव नहीं था, जिससे शादी रद्द हो गई और पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। पीड़ित पिता ने दूल्हे सरफराज और उसके पिता मुस्तकीम के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की तहरीर सहारनपुर (Saharanpur) पुलिस को देकर न्याय की मांग की है।