ब्यूरो रिपोर्टः कैंसर रोगियों के लिए एक बड़ी और सकारात्मक खबर आई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने एक नई थेरेपी तैयार की है, जिससे एडवांस स्टेज के कैंसर मरीजों को भी सटीक इलाज मिल सकेगा। यह नई थेरेपी विशेष रूप से उन मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, जिनका कैंसर काफी बढ़ चुका है और इलाज के लिए अन्य विकल्प सीमित हो गए हैं।
AIIMS ने तैयार की कैंसर थेरेपी
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के चिकित्सकों और वैज्ञानिकों ने इस थेरेपी को विकसित करने के लिए नवीनतम चिकित्सा तकनीकों का इस्तेमाल किया है। यह थेरेपी कैंसर के विभिन्न प्रकारों को लक्षित करेगी और इसके द्वारा मरीजों के इलाज की सफलता दर को बढ़ाने की उम्मीद जताई जा रही है। खास बात यह है कि यह थेरेपी खासकर ऐसे मरीजों के लिए है जो एडवांस स्टेज में हैं, और जो पारंपरिक उपचारों से लाभ नहीं उठा पा रहे थे।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की इस नई थेरेपी में शरीर के इम्यून सिस्टम को कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और उन्हें नष्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा, यह थेरेपी अधिक सटीकता के साथ कैंसर कोशिकाओं को लक्षित करेगी, जिससे स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान कम होगा और इलाज के प्रभावी परिणाम सामने आ सकते हैं। कैंसर मरीजों की सुविधा के लिए एम्स ने कम से कम लागत वाली एंटीबॉडी और अनुकूली सेलुलर थेरेपी तैयार की है। हालाकिं इसका अभी परीक्षण चल रहा है और ढ़ॉक्टरो को उम्मीद है कि जल्द ही इस रिसर्च से कैंसर रोगियों को बड़ी राहत मिल जाएगी।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की यह चिकित्सा उपलब्धि भारत के कैंसर उपचार में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है, खासकर उन मरीजों के लिए जो इलाज के लिए ज्यादा विकल्प नहीं होने के कारण निराश महसूस कर रहे थे। इस थेरेपी की सफलता से न केवल भारत, बल्कि वैश्विक स्तर पर कैंसर के इलाज के नए रास्ते खुल सकते हैं।