ब्यूरो रिपोर्ट…मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को बीएसपी (BSP) के सभी पदों से मुक्त कर दिया है. इसपर आकाश आनंद ने कहा है कि कुछ विरोधी दल के लोग ये सोच रहे हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरा राजनीतिक करियर समाप्त हो गया.मायावती द्वारा बीएसपी (BSP) में सभी पदों से मुक्त किए जाने के बाद आकाश आनंद ने पहली प्रतिक्रिया दी है.
BSP से निकाले जाने के बाद मायावती का नाम लेकर आकाश आनंद बोले
आकाश आनंद ने कहा, ‘मैं परमपूज्य आदरणीय बहन कु. मायावती जी का कैडर हूं और उनके नेतृत्व में मैने त्याग, निष्ठा और समर्पण के कभी ना भूलने वाले सबक सीखे हैं, ये सब मेरे लिए केवल एक विचार नहीं बल्कि जीवन का उद्देश्य हैं. आदरणीय बहन जी का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर के समान है, मैं उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं उस फैसले के साथ खड़ा हूं.’
आकाश आनंद ने सोशल मीडिया पर आगे लिखा, ‘आदरणीय बहन कु. मायावती जी द्वारा मुझे बीएसपी (BSP) पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का निर्णय मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावनात्मक है, लेकिन साथ ही अब एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है. ऐसे कठिन समय में धैर्य और संकल्प ही सच्चे साथी होते हैं. बहुजन मिशन और मूवमेंट के एक सच्चे कार्यकर्ता की तरह, मैं पार्टी और मिशन के लिए पूरी निष्ठा से काम करता रहूंगा और अपनी आखिरी सांस तक अपने समाज के हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा.’
विरोध दलों को दिया जवाब
उन्होंने कहा, ‘कुछ विरोधी दल के लोग ये सोच रहे हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरा राजनीतिक करियर समाप्त हो गया, उन्हें समझना चाहिए कि बहुजन मूवमेंट कोई करियर नहीं, बल्कि करोड़ों दलित, शोषित, वंचित और गरीबों के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान की लड़ाई है. यह एक विचार है, एक आंदोलन है, जिसे दबाया नहीं जा सकता. इस मशाल को जलाए रखने और इसके लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करने के लिए लाखों आकाश आनंद हमेशा तैयार हैं.’
बता दें कि बसपा (BSP) अध्यक्ष मायावती ने एक दिन पहले रविवार को अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया और कहा कि अब उनके आखिरी सांस तक बीएसपी (BSP) पार्टी में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा. अब इस मामले में आकाश आनंद ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लंबी पोस्ट लिखकर अपना पक्ष रखा.