ब्यूरो रिपोर्ट…. दिल्ली विधानसभा चुनाव में विपक्षी इंडी गठबंधन अब बंटता दिख रहा है। लोकसभा चुनाव साथ लड़ने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस अब एक-दूसरे पर तीखे हमले बोलने से गुरेज नहीं कर रही हैं।
वहीं चार अन्य दलों ने भी अपनी स्थिति लगभग साफ कर दी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी की सियासी चाल का क्या होगा असर? दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के खिलाफ कांग्रेस की आक्रामक चुनावी रणनीति को लेकर विपक्षी आईएनडीआई गठबंधन दो खेमों में बंटता दिख रहा है।
आम आदमी पार्टी (AAP) और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कांग्रेस के मुखर तेवरों को रोकने के लिए पर्दे के पीछे हुई अपनी कोशिशों की नाकामयाबी के बाद आईएनडीआईए में शामिल चार क्षेत्रीय पार्टियों ने दिल्ली चुनाव में आप का समर्थन करने का बुधवार को खुलकर एलान कर दिया।
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समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने जहां केजरीवाल के साथ चुनाव में सभा करने की घोषणा की है, वहीं ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने भी आप को अपना नैतिक समर्थन दिया है। विपक्षी खेमे में शामिल राजद और शिवसेना यूबीटी भी भाजपा को हराने में केजरीवाल के ही सक्षम होने की दलील देते हुए अपने समर्थन का साफ संदेश दिया है।