ब्यूरो रिपोर्ट: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गरमाई हुई है। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को एक पाले में लाने की कोशिश में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और राहुल गांधी लगे हुए हैं। विपक्ष का वोट कई टुकड़ों में न बंटे, इसके लिए छोटे दलों को जोड़ने की कोशिश हो रही है। इसको लेकर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में आकार दिया गया। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच 80 लोकसभा सीटों पर समझौता हुआ।
इसमें 17 सीट कांग्रेस और 63 सीट समाजवादी पार्टी को मिली है। पिछले दिनों विपक्षी गठबंधन में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को भी शामिल किए जाने की चर्चा रही। हालांकि, अब एआईएमआईएम की ओर से बड़ा बयान सामने आया है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए 5 सीटें मांगी हैं। एआईएमआईएम ने नगीना, आजमगढ़, मुरादाबाद, संभल और आंवला लोकसभा सीटों पर गठबंधन के तहत दावेदारी कर दी है।
ओवैसी ने Akhilesh Yadav को दिया अल्टीमेटम
यूपी में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को भाजपा के सामने ताकतवर बनाने के लिए हर प्रकार की कोशिश की जा रही है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) तमाम वैसे चेहरों को साथ लाने की कोशिश में हैं, जो अपने दम पर वोट काटने की ताकत रखते हैं। यूपी चुनाव 2022 के दौरान एआईएमआईएम ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के माय (मुस्लिम + यादव) समीकरण को गहरी चोट दी थी। करीब दर्जन भर विधानसभा सीटों पर पार्टी ने समाजवादी पार्टी की हार तय कर दी।
इस प्रकार के वोट को एकजुट करने की कोशिश हो रही है। हालांकि, असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी महत्वाकांक्षा जाहिर कर दी है। इससे पहले राष्ट्रीय लोक दल विपक्षी गठबंधन का साथ छोड़ चुकी है। वहीं, राज्यसभा चुनाव में सपा को बड़ा झटका लगा है माना जा रहा है कि विपक्षी गठबंधन का समर्थन करने वाले तमाम राजनीतिक दलों को समाजवादी पार्टी कोटे से सीट दिए जाने की चर्चा है। पिछले दिनों विपक्षी गठबंधन में एआईएमआईएम को भी शामिल किए जाने की चर्चा रही।
प्रदेश के मुस्लिम वोट बैंक को एक पाले में रखने के लिए अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) एआईएमआईएम का साथ लेने की कोशिश करते दिखे हैं। ऐसे में एआईएमआईएम का बड़ा बयान सामने आया है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि अगर उत्तर प्रदेश में पांच लोकसभा सीटें नहीं दी गई तो फिर हम अकेले चुनावी मैदान में उतरेंगे। पार्टी के प्रवक्ता ने पांच सीटों की मांग कर दी है
एआईएमआईएम ने यूपी विधानसभा चुनाव 2019 में अपना जोर दिखाया था। इस चुनाव में भले ही पार्टी को 0.49 फीसदी वोट मिले। लेकिन, बिजनौर, नकुड़, कुर्सी, शाहगंज, सुल्तानपुर, औराई, फिरोजाबाद, जौनपुर, मुरादाबाद नगर विधानसभा सीटों पर एआईएमआईएम के उम्मीदवार सपा प्रत्याशी की हार का कारण बने थे। एआईएमआईएम सपा के मुस्लिम वोट बैंक में धीरे- धीरे सेंधमारी करने में कामयाब होती दिख रही है। सूत्रों के अनुसार, एआईएमआईएम ने आजमगढ़ से राशिद अली को चुनावी मैदान में उतारने की रणनीति बनाई है।
प्रवक्ता का बड़ा ऐलान
एआईएमआईएम प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने मीडिया से बातचीत के दौरान पांच सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही है। उन्होंने गठबंधन के तहत सीटों पर अपनी दावेदारी पेश कर दी। प्रवक्ता ने कहा कि गठबंधन के तहत सीटें मिलने पर नगीना से दलित नेता पवन अंबेडकर और आजमगढ़ सीट से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली चुनाव लड़ेंगे। मुरादाबाद, संभल और आंवला सीट पर बाद में उम्मीदवार तय किया जाएगा।