ब्यूरो रिपोर्ट: महिला और पुरुष दोनों को ही 30 साल के आसपास अपनी डाइट में कोलेजन से भरपूर चीजें खानी शुरू कर देनी चाहिए. अपनी डाइट में ऐसे फलों को शामिल करें, जो विटामिन सी से भरपूर हो. ब्लूबेरी, रास्पबेरी, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी में विटामिन सी मौजूद होता है. विटामिन सी से झुर्रियां कम होती हैं. ब्रोकली में जिंक, विटामिन ए और विटामिन सी के अलावा ल्यूटिन भी पाया जाता है.
एक कप ब्रोकली खाने पर शरीर को विटामिन सी की एक दिन में ली जाने वाली फुल डोज मिल जाती है. एलोवेरा में स्टेरोल्स नामक मोलीक्यूल्स होते हैं. ये स्टेरोल्स कोलेजन और हाइलूरोनिक एसिड के प्रोडक्शन को बढ़ावा देते हैं।जो स्किन में मॉयश्चर बनाए रखने में मदद करता है. इसलिए रोज सुबह 2 चम्मच एलोवेरा जूस पिया करें। लहसुन, ओट्स, दालें, नट्स, होल ग्रेन्स आदि न सिर्फ पोषण देते हैं, बल्कि कोलेजन प्रोडक्शन को भी इंप्रूव करते हैं. लहसुन में सल्फर कंटेंट अधिक होता है।
जो कोलेजन को सिंथेसाइज करने में मदद करता है। यह कोलेजन ब्रेकडाउन को भी रोकता है. एनिमल ऑर्गन्स, मछली और अंडा आदि एनिमल ऑर्गन्स में कोलेजन टाइप 1 मौजूद होते हैं. चिकन, पोर्क ,बोन्स में कनेक्टिव टिश्यूज और मिनरल्स मौजूद होते हैं, जो नेचुरल कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाते हैं. फिश में भी बोंस, स्किन और स्केल्स में कोलेजन होते हैं. अंडे के सफेद भाग में एक प्रमुख एमीनो एसिड प्रोलिन मौजूद होता है, जो कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाता है.