ब्यूरो रिपोर्ट: मेडिकल आज के टाइम में काफी तरक्की कर ली है। साइंस व नई-नई तकनीक की बदौलत बड़े से बड़े कैंसर का इलाज किया हो रहा है। (DIPG Cancer) मगर फिर भी कुछ ऐसे कैंसर बचे हैं जिनका इलाज नहीं मिल पाया है। इन कैंसर के मामले खतरनाक होते हैं अधिकतर बार जानलेवा साबित हो जाते हैं।
ऐसा ही कुछ बेलजियन के 6 साल के लुकास के साथ हुआ था। जब जांच में उसके DIPG कैंसर (DIPG Cancer) के बारे में पता चला तो इलाज करने वाले डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए, यह बच्चों में होने वाला आक्रामक और खतरनाक कैंसर है जिसका इलाज उपलब्ध नहीं है।
DIPG Cancer है बहुत खतरनाक
रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टरों से जवाब मिलने के बाद लुकास के परेन्टस इलाज के लिए उसे फ्रांस ले गए। जहां उसे एक क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा बनाया गया। यह ट्रायल DIPG पर एक दवा का प्रभाव जानने के लिए किया जा रहा था। यह कोशिश लुकास के लिए चमत्कार साबित हुई और उसका कैंसर धीरे-धीरे खत्म हो गया।
डिफ्यूज-इंट्रिंसिक-पोंटीन-ग्लिओमा को शॉर्ट में DIPG (DIPG Cancer) कहा जाता है। यह बच्चों की ब्रेन स्टेम में होने वाला ट्यूमर है जो कि कैंसर है। इसे लाइलाज माना जाता है और दिमाग की सेल्स और स्पाइनल कॉर्ड के अंदर विकसित होता है। यह कैंसर बहुत तेजी से सेंट्रल नर्वस सिस्टम को शिकार बनाता है।
क्यों माना जाता है लाइलाज?
इस कैंसर के नाम में ही इस सवाल का जवाब छुपा हुआ है। डिफ्यूज का ये मतलब है कि इस कैंसर की सेल्स हेल्दी सेल्स के बीच में छुपी होती हैं। जिस वजह से सर्जरी से इन्हें हटाना बहुत मुश्किल काम है और हेल्दी सेल्स भी नष्ट हो सकती हैं। यह ब्रेन स्टेम के बिल्कुल अंदर होता है इसलिए इंट्रिंसिक कहते हैं।
पोंटीन को इस कैंसर (DIPG Cancer) के सोर्स पर बोला जाता है। ब्रेन स्टेम का पोन्स पार्ट ब्लड प्रेशर, ब्रीदिंग,नजर, स्पीच,हार्ट रेटसुनने की क्षमता, मसल्स कॉर्डिनेशन और बैलेंस के लिए काम करता है। ग्लिओमा ग्लिअल सेल्स के ट्यूमर को कहते हैं जो कैंसर का रूप ले लें। यह सेल्स सेंट्रल नर्वस सिस्टम की नर्वस और न्यूरोन की सुरक्षा करती हैं।
DIPG के लक्षण
आंखें कमजोर होना, सिरदर्द खासकर सुबह के वक्त, चलने या बैलेंस करने में दिक्कत, पलकें या चेहरे की एक तरफ की मसल्स लटकना, चबाने या निगलने में कठिनाई, हाथ पैर में कमजोरी, जी मिचलाना और उल्टी, शब्द साफ ना निकलना