शामली। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक ओर जहां किसानों के संपूर्ण भुगतान को लेकर मिल मालिकों कर कार्यवाही करने का बयान दे चुके हैं, वही बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर पिछले दो माह से चल रहे किसानों की समस्याओं का समाधान होता नजर नहीं आ रहा है।
सरकार के तमाम दावे गन्ना भुगतान को लेकर हवा हवाई साबित होते नजर आ रहे हैं । गुरुवार को मिल कर्मियों द्वारा गोदाम की दीवार तोड़कर चीनी निकालने की सूचना पर बड़ी संख्या में किसान मौके पर एकत्र हो गए, जहां उनकी मिल कर्मियों के साथ तीखी नोकझोंक हुई। मिल में हंगामे की सूचना पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई तथा किसी तरह मामला शांत कराया।
गोदाम की दीवार तोडकर चीनी निकालने को लेकर किसानों ने कर दिया हंगामा !
जानकारी के अनुसार अपने बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की मांग को लेकर क्षेत्र के किसान करीब दो माह से गन्ना समिति कार्यालय पर धरना दे रहे हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है।
किसान प्रशासन से भी शामली मिल से बकाया की लगातार मांग कर रहे हैं। डीएम ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए मिल को जल्द से जल्द भुगतान की हिदायत भी दी, लेकिन मिल प्रबंधकों पर कुछ असर नहीं हुआ।
मिल कर्मचारियों से तीखी नोंकझोंक, मौके पर पहुंची पुलिस
गुरुवार को धरनारत किसानों को सूचना मिली कि मिल कर्मचारी गोदाम की दीवार तोडकर वहां से चीनी निकालने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे किसानों में आक्रोश फैल गया। बडी संख्या में किसान मौके पर पहुंच गए जहां उनकी मिल कर्मियों के साथ तीखी नोकझोंक हुई। बाद में मिल कर्मचारी वहां से चंपत हो गए।
मिल में हंगामे की सूचना पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी तथा किसी तरह किसानों को शांत किया। वहीं सूचना पर खाप चौधरी भी मिल के गोदाम पर पहुंच गए। इस अवसर पर धर्मेन्द्र सिम्भालका, कर्मवीर कसेरवा कलां, प्रभात मलिक, अंकित भैंसवाल, पंकज बनत, बबलू लिलौन, चन्द्रपाल लिलौन ,नेपाल सिंह झाल, यामीन लिलौन, पवन कुमार कुड़ाना, संजीव शास्त्री, प्रवेंद्र भैंसवाल आदि मौजूद रहे। समाचार लिखे जाने तक किसान मौके पर ही डटे हुए थे।