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Kisano का धरना समाप्त, 40 करोड़ रुपये किसानों के खाते में भेजे गए

Kisano Dharna Thana Bhawan Bajaj Sugar Mill 40 Crore Payment"

शामली मिल ने किसानों को 40 करोड़ रुपये भेजे, जिससे उनका धरना समाप्त हो गया। जानें पूरी खबर!

शामली के थानाभवन स्थित बजाज शुगर मिल ने Kisano के खाते में 40 करोड़ रुपये भेजे, जिसके बाद किसानों का मिल गेट पर चल रहा धरना समाप्त हो गया। किसान अपने बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर मिल के गेट पर आंदोलन कर रहे थे। अब किसानों के खाते में बकाया राशि आने के बाद उनका धरना समाप्त हो गया और उन्होंने 11 अप्रैल को आयोजित होने वाली महापंचायत भी स्थगित कर दी है।

Kisano के धरने का कारण – बकाया गन्ना भुगतान

किसान लंबे समय से थानाभवन बजाज शुगर मिल से बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान न होने से परेशान थे। उनका कहना था कि मिल प्रबंधन ने कई महीनों से उनका बकाया गन्ना भुगतान नहीं किया था, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। इसके कारण किसानों ने मिल के गेट पर धरना शुरू कर दिया था और उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर बकाया भुगतान नहीं किया गया, तो 11 अप्रैल को महापंचायत आयोजित करेंगे।

किसानों को मिली राहत, 40 करोड़ रुपये का भुगतान

किसान संघर्ष समिति के हरेन्द्र राणा ने जानकारी दी कि मिल प्रबंधन ने अब Kisano के खाते में 40 करोड़ रुपये भेज दिए हैं। इस राशि के मिल जाने के बाद किसानों ने अपनी मांग पूरी होने पर धरना समाप्त कर दिया है। किसानों के मुताबिक, अब उनकी मेहनत का फल उन्हें मिल चुका है और वे संतुष्ट हैं।

महापंचायत स्थगित, किसानों की संघर्ष की जीत

Kisano ने पहले घोषणा की थी कि अगर बकाया भुगतान नहीं होता तो वे 11 अप्रैल को महापंचायत आयोजित करेंगे। लेकिन अब जब मिल प्रबंधन ने बकाया राशि का भुगतान कर दिया है, तो किसानों ने महापंचायत को स्थगित कर दिया है। किसानों के लिए यह एक बड़ी राहत की खबर है और उनका संघर्ष सफल रहा है।

रालोद विधायक अनिल कुमार की भूमिका

रालोद के विधायक अनिल कुमार के प्रयासों से ही यह 40 करोड़ रुपये का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान संभव हो पाया। उनके निरंतर प्रयासों और हस्तक्षेप के कारण किसानों को राहत मिली। अनिल कुमार की मेहनत ने किसानों के संघर्ष को नई दिशा दी और इस आंदोलन का सकारात्मक परिणाम सामने आया।

किसानों के लिए यह सफलता क्यों महत्वपूर्ण है?

Kisano के लिए यह भुगतान एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे उन्हें उनके मेहनत के बदले मिल रहा सही मूल्य मिलेगा। लंबे समय से किसानों को मिल से भुगतान नहीं मिल रहा था, जिससे उनकी स्थिति खराब हो रही थी। अब जब यह बकाया राशि भेज दी गई है, तो किसानों का विश्वास मिल प्रबंधन पर बढ़ा है और उनका आंदोलन समाप्त हो गया है।

थानाभवन स्थित बजाज शुगर मिल द्वारा किसानों के खाते में 40 करोड़ रुपये भेजने के बाद उनके द्वारा किया गया धरना समाप्त हो गया है। यह निर्णय किसानों की लंबी संघर्ष यात्रा के बाद आया, जो मिल से बकाया गन्ना भुगतान की मांग कर रहे थे। रालोद के विधायक अनिल कुमार के प्रयासों से यह भुगतान संभव हुआ, जिससे Kisano को राहत मिली और उनका आंदोलन समाप्त हो गया। अब, किसानों ने 11 अप्रैल को होने वाली महापंचायत को भी स्थगित कर दिया है।

यह घटना किसानों के संघर्ष की सफलता का प्रतीक बन गई है और यह साबित करती है कि सही समय पर प्रयास और एकजुटता से समस्याओं का समाधान संभव है।

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