PM Modi Mann Ki Baat: नव वर्ष, त्योहार और जल संरक्षण की बातें | 30 मार्च 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देशवासियों से कई अहम मुद्दों पर बात की। आज चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, जिसके साथ चैत्र नवरात्रि और भारतीय नव वर्ष की शुरुआत हो रही है। इस बार विक्रम संवत 2082 शुरू हुआ है। पीएम ने देश की सांस्कृतिक विविधता, त्योहारों की धूम, गर्मियों में बच्चों के लिए रचनात्मक गतिविधियों, जल संरक्षण, और खेलों में उपलब्धियों पर चर्चा की। आइए जानते हैं उनके संबोधन की मुख्य बातें।
PM Modi Mann Ki Baat में क्या कहा?
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत देशवासियों को नव वर्ष और विभिन्न पर्वों की शुभकामनाएं देकर की। उन्होंने कहा, “आज मेरे सामने ढेर सारी चिट्ठियां हैं—बिहार, बंगाल, तमिलनाडु, गुजरात से आईं। इनमें लोगों ने अपने मन की बातें लिखी हैं, शुभकामनाएं दी हैं।” उन्होंने अलग-अलग भाषाओं में आए संदेशों का जिक्र किया, जैसे:
- सर्गु युगाद सुभाष गडु (तेलुगु में उगादी की शुभकामनाएं)
- गुड़ी पाडवा निमित हार्दिक शुभच्छा (मराठी में गुड़ी पड़वा की बधाई)
- इनाही पुथांडू नलवाल थुकल (तमिल में नव वर्ष की शुभकामनाएं)
उन्होंने बताया कि आज कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और तेलंगाना में उगादी, महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा धूमधाम से मनाया जा रहा है। आने वाले दिनों में असम में रंगाली बिहू, बंगाल में पोइला बैशाख, और कश्मीर में नवरेह जैसे पर्व होंगे। पीएम ने कहा, “हमारे त्योहार विविधता में एकता का प्रतीक हैं।”
मन की बात में पीएम का बच्चों को तोहफा:
पीएम ने गर्मियों की छुट्टियों को बच्चों के लिए सुनहरा अवसर बताया। उन्होंने कहा, “परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं, अब बच्चे नई हॉबी अपना सकते हैं। टेक्नोलॉजी कैंप, थिएटर, पर्यावरण कार्यशालाएं, और स्वयंसेवी गतिविधियों से जुड़कर बच्चे अपने हुनर को निखार सकते हैं।”
उन्होंने #MyHolidays और #HolidayMemories हैशटैग के साथ अनुभव साझा करने की अपील की। साथ ही, माय भारत कैलेंडर का जिक्र करते हुए स्टडी टूर, वाइब्रेंट विलेज अभियान, और अंबेडकर जयंती जैसे कार्यक्रमों में शामिल होने की सलाह दी।
जल संरक्षण: कैच द रेन अभियान की सफलता
जल संरक्षण पर जोर देते हुए पीएम ने कैच द रेन अभियान की तारीफ की। उन्होंने कहा, “पिछले 7-8 सालों में 11 बिलियन क्यूबिक मीटर से ज्यादा पानी संरक्षित हुआ है, जो भाखड़ा नांगल बांध की क्षमता से भी अधिक है।” कर्नाटक के गढ़ जिले में सूखी झील को पुनर्जनन का उदाहरण देते हुए उन्होंने देशवासियों से इस जन आंदोलन से जुड़ने का आग्रह किया।
उन्होंने सुझाव दिया, “गर्मियों में घर के बाहर मटके में पानी रखें, पक्षियों के लिए छत पर पानी का इंतजाम करें।”
खेलो इंडिया पैरा गेम्स और फिट इंडिया कार्निवल की उपलब्धियां
पीएम ने हाल ही संपन्न खेलो इंडिया पैरा गेम्स में खिलाड़ियों की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा, “हरियाणा, तमिलनाडु, और यूपी के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। 18 राष्ट्रीय रिकॉर्ड बने, जिनमें 12 महिला खिलाड़ियों के नाम हैं।”
दिल्ली में आयोजित फिट इंडिया कार्निवल का जिक्र करते हुए उन्होंने फिटनेस जागरूकता की जरूरत पर बल दिया। साथ ही, रैपर हनुमान काइंड के गीत रन इट अप की तारीफ की, जिसमें कलारीपट्टू और गतका जैसे पारंपरिक मार्शल आर्ट्स को दिखाया गया।
टेक्सटाइल वेस्ट: एक नई चुनौती और समाधान
पीएम ने टेक्सटाइल वेस्ट को वैश्विक चुनौती बताया। उन्होंने कहा, “भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा टेक्सटाइल वेस्ट उत्पादक देश है। सिर्फ 1% से कम कपड़े रिसाइकल होते हैं।”
उन्होंने भारतीय स्टार्टअप्स और सस्टेनेबल फैशन की पहल की तारीफ की, जो पुराने कपड़ों से सजावटी सामान, हैंडबैग, और खिलौने बना रहे हैं।
भारतीय संस्कृति का वैश्विक प्रभाव
मॉरीशस, फीजी, और सूरीनाम में भारतीय संस्कृति के संरक्षण का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा, “200 साल पहले गए गिरमिटिया मजदूरों ने अपनी जड़ों को जीवित रखा।” उन्होंने गीत गवई, भोजपुरी चौताल, और रामायण की लोकप्रियता का उल्लेख किया। सिंगापुर इंडियन फाइन आर्ट सोसाइटी के 75 साल पूरे होने पर भी बधाई दी।
निष्कर्ष: पीएम मोदी की मन की बात
पीएम मोदी ने मन की बात में देश की एकता, विविधता, और प्रगति पर जोर दिया। त्योहारों की शुभकामनाओं से लेकर जल संरक्षण और बच्चों की रचनात्मकता तक, उनका संबोधन हर वर्ग के लिए प्रेरणादायक रहा।