Sambhal की शाही जामा मस्जिद में अलविदा जुम्मा की नमाज त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्वक संपन्न
महबूब अली (संवाददाता) : Sambhal जिले की शाही जामा मस्जिद में आज अलविदा जुम्मे की नमाज त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्वक संपन्न हुई। इस नमाज को लेकर सभी की निगाहें इस पर टिकी हुई थीं, खासकर जामा मस्जिद के दूसरे सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद। प्रशासन ने शांति बनाए रखने और नमाज के शांतिपूर्ण तरीके से अदा होने के लिए सभी सुरक्षा प्रबंध किए थे।
शाही जामा मस्जिद में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
Sambhal की शाही जामा मस्जिद में अलविदा जुम्मे की नमाज के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई थी। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी असामाजिक तत्व मस्जिद में प्रवेश न कर सके और नमाज का माहौल शांतिपूर्ण रहे। सुरक्षा के तहत कई महत्वपूर्ण उपाय किए गए थे, जैसे कि बैरीकैटिंग और मजिस्ट्रेट की तैनाती।
Sambhal में सुरक्षा के लिए क्या उपाय किए गए?
त्रिस्तरीय बैरीकैटिंग:
मस्जिद के चारों ओर बैरीकैटिंग की गई थी ताकि कोई भी असामाजिक तत्व किसी भी तरह से प्रवेश न कर सके। यह सुरक्षा कदम शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक था।
29 मजिस्ट्रेट की तैनाती:
नमाज के दौरान 29 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे, जो हर सेक्टर में निगरानी रखते हुए कोई भी अप्रिय घटना होने पर तुरंत कार्रवाई कर सकते थे।
11 जोन और 28 सेक्टर में विभाजन:
जिले को 11 जोन और 28 सेक्टर में विभाजित किया गया था ताकि सुरक्षा व्यवस्था को प्रत्येक इलाके में लागू किया जा सके।

शांति समिति की बैठक में अपील, सौहार्द बनाए रखने की अहमियत
Sambhal जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पैंसिया ने शांति समिति की बैठक में लोगों से अपील की थी कि वे नमाज अदा करते समय सौहार्द बनाए रखें और एकजुट होकर शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा, “सभी सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावी थी, और यह सभी लोगों के सहयोग और सौहार्द के कारण ही संभव हो पाया।”
अलविदा जुम्मा की नमाज का शांतिपूर्वक संपन्न होना
आज की अलविदा जुम्मा की नमाज शाही जामा मस्जिद में बिना किसी अप्रिय घटना के संपन्न हुई। यह सुरक्षा उपायों के सही तरीके से लागू होने के कारण संभव हो पाया। प्रशासन का कड़ा सुरक्षा प्रबंध और स्थानीय लोगों का सहयोग इस सफलता की कुंजी रहे।
जिला संभल में शाही जामा मस्जिद के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था
Sambhal शाही जामा मस्जिद के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था में बैरीकैटिंग के अलावा विशेष ध्यान रखा गया था कि कोई भी अप्रिय तत्व मस्जिद के अंदर प्रवेश न कर सके। इसके अलावा, किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचने के लिए पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के जवानों को तैनात किया गया था।
अंत में सभी ने बनाए रखा सौहार्द और शांति
इस बार अलविदा जुम्मे की नमाज में प्रशासन द्वारा किए गए सुरक्षा उपायों और लोगों के सहयोग के कारण शांति बनी रही। यह घटना यह साबित करती है कि जब लोग एकजुट होते हैं और प्रशासन सुरक्षा के उपाय प्रभावी रूप से लागू करता है, तो किसी भी तरह की अशांति को रोका जा सकता है।
Sambhal जिले की शाही जामा मस्जिद में आज अलविदा जुम्मे की नमाज त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्वक संपन्न हुई, जो प्रशासन की प्रभावी सुरक्षा उपायों और स्थानीय लोगों के सहयोग का परिणाम था। जामा मस्जिद के दूसरे सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद, इस नमाज को लेकर सभी की निगाहें इस पर टिकी हुई थीं, लेकिन सुरक्षा के कड़े इंतजामों ने किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को टाल दिया।
इस घटना से यह सिद्ध हुआ कि जब सुरक्षा व्यवस्था सही तरीके से लागू की जाती है और समाज का सहयोग मिलता है, तो कोई भी धार्मिक आयोजन बिना किसी समस्या के शांतिपूर्वक संपन्न हो सकता है। शाही जामा मस्जिद में अलविदा जुम्मे की नमाज का सफल आयोजन, प्रशासन की सतर्कता और सुरक्षा उपायों के प्रभावी रूप से लागू होने का प्रमाण है।