मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 19 मार्च 2025 को सीएम कमांड सेंटर का निरीक्षण
19 मार्च 2025 को UPउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित लाल बहादुर शास्त्री भवन में सीएम कमांड सेंटर का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने UPप्रदेश के विभिन्न विभागों और परियोजनाओं की कार्यप्रणाली की समीक्षा की और उनकी प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने जनहित में लापरवाही को अस्वीकार करते हुए सभी विभागों को सुधारात्मक दिशा-निर्देश दिए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए कड़े दिशा-निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनहित कार्यों के प्रति लापरवाही को अस्वीकार करते हुए कहा कि अच्छे कार्य करने वाले अधिकारियों की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें प्रोत्साहन मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने विभागों से कहा कि जनपद स्तर पर कार्यों की निगरानी के लिए एक अधिकारी तैनात किया जाए, जो यह सुनिश्चित करें कि जो डेटा रिपोर्ट किया जा रहा है, वह सही है या नहीं। इसके साथ ही उन्होंने विभागों की समीक्षा के लिए तीन कैटेगरीज – A, B, और C निर्धारित की, जिनके तहत मॉनीटरिंग की जानी चाहिए।
योजनाओं की निगरानी के लिए मासिक और साप्ताहिक समीक्षा
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभागों की कार्यप्रगति पर साप्ताहिक, पाक्षिक और महीने में एक बार मंत्री स्तर पर समीक्षा की जाएगी। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि सभी विभागों में कार्य की गुणवत्ता बनी रहे और वह निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए। उन्होंने सभी रिपोर्टों को मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
फ्लैगशिप स्कीम्स की रैंकिंग प्रणाली की शुरुआत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने UP प्रदेश की प्रमुख योजनाओं की प्रगति ट्रैक करने के लिए एक रैंकिंग प्रणाली का प्रस्ताव रखा। इस रैंकिंग प्रणाली में योजना की गुणवत्ता और कार्य की गति पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन विभागों और परियोजनाओं की गति और गुणवत्ता कमजोर हैं, उन्हें सुधारने की आवश्यकता है।
गुणवत्ता और पारदर्शिता पर जोर
मुख्यमंत्री ने गुणवत्ता और पारदर्शिता को प्रमुख प्राथमिकता देते हुए कहा कि हम केवल नंबर नहीं देख सकते, बल्कि विभागों की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने एमएसएमई विभाग को निर्देश दिया कि ओडीओपी योजना को आगे बढ़ाया जाए और जनपदों के विशिष्ट खाद्य उत्पादों को इसमें शामिल किया जाए।
रैंडम चेकिंग और परफॉर्मेंस डेटा का मूल्यांकन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विभागों को परफॉर्मेंस डेटा की रैंडम चेकिंग करने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव स्तर पर होने वाली बैठकें विभागों की प्रगति का मूल्यांकन करेंगी। शीर्ष 10 विभागों और योजनाओं की सफलता को सार्वजनिक किया जाएगा, जिससे अन्य विभागों को सीखने का अवसर मिलेगा।

क्षमता आधारित लक्ष्य निर्धारित करने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभागों को केवल छोटे टार्गेट्स से संतुष्ट नहीं होना चाहिए। उन्हें क्षमता आधारित लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए, ताकि वास्तविक सुधार हो सके। आईजीआरएस की समीक्षा के दौरान उन्होंने संतुष्टिकरण प्रतिशत को बढ़ाने पर जोर दिया और विभागों को तकनीकी सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।
महत्वपूर्ण परियोजनाओं और पेंडिंग मामलों का निस्तारण
मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित किया कि राज्य की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का समय पर निष्पादन हो। उन्होंने कानपुर मेट्रो सहित अन्य परियोजनाओं के निरंतर अपडेट की आवश्यकता जताई। उन्होंने विभागों से कहा कि सभी योजनाओं का अनुश्रवण किया जाए और हर परियोजना की प्रगति पर नियमित रूप से निगरानी रखी जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश से प्रदेश के विभागों की कार्यप्रणाली में सुधार की दिशा में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। सीएम कमांड सेंटर में किए गए इस निरीक्षण और दिए गए कड़े निर्देशों से यह स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश सरकार अब अपने विभागों की कार्यप्रगति को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। योजनाओं की सही दिशा में निगरानी और गुणवत्ता पर जोर देने से राज्य के विकास में तेजी आएगी और जनता को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।