कन्नौज (पंकज श्रीवास्तव): खबर यूपी के कन्नौज से है, जहां होली (Holi) का पर्व रंगों के साथ खानपान और खुशियां बनाने का है लेकिन इस त्योहार में सेहत का ख्याल रखना भी जरूरी है जिसके लिए इस होली (Holi) त्योहार में सावधानियां भी जरूरी है क्यों कि बाजारों में रंगों और खाद्य पदार्थों में केमिकल का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
Holi के त्योहार में कहीं आपकी खुशियां न हो जाएं बेरंग
जिससे आपके इस रंगो भरे होली (Holi) के त्यौहार को बेरंग न कर दे इसके लिए सावधान होना भी जरूरी है, बाजारों से जो भी चीजें खरीदें उनकी एक्सपायरी डेट जरूर देंखे और इतना ही नही रंगीन कचरी तो बिल्कुल ही न लें क्यों कि उसका रंग आपके स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकता है, साथ ही मिलावटी मावा से भी दूर रहे।
सावधान ! रंगीन कचरी का न करें सेवन
सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश प्रताप ने बताया कि रंगीन कचरी के बारे में मेरा यही मानना था कि मैने व्यापार मंडल के साथ एक बैठक की थी, होली (Holi) के पहले और जो निर्माणकार्य इकाइयां है उनको भी निर्देशित किया था कि रंगीन कचरी का निर्माण नही करेंगे और न ही उसको बेचेंगे। रंगीन कचरी का बिक्री लगभग हमने रोक रखा है फिर भी इक्का दूक्का जो बाहर से आए थे उन पर हमने कार्यवाही की।
मिलावटी मावा कर सकता है आपके शरीर को खराब
सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश प्रताप ने कहा कि मिलावटी मावा में मिलावट किस प्रकार का है, इसका बहुत बड़ा असर होता है। मिलावट में केवल स्टार्च या इस तरह की चीजें मिलाकर उसकी वैल्यू बढ़ाई गई है तो साइडइफेक्ट नही नही पड़ेगा लेकिन उसकी गुणवत्ता जो है खराब होती है और जो व्यक्ति जो ग्राहक उसको यूज कर रहा है तो उसको उसकी क्वालिटी और गुणवत्ता नही मिलती है यह उसके लिए हानिकारण है, अगर केमिकल मिला हुआ है तो केमिकल किस तरह के हो सकते है, वह केमिकल शरीर पर किस प्रकार से असर करेंगे वह उसकी मिलावट पर डिपेंट कर सकता है।
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होली (Holi) के त्योहार पर खाद्य सुरक्षा विभाग की अपील
सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश प्रताप ने जनता से अपील करते हुए कहा कि जनता से यही कहना है कि विभाग अपनी कार्यवाही कर रहा है। बल्कि जनता से यह अपील रहेगी कि वह होली पर सामान खरीदने से पहले चीजों की एक्सपायरी जरूर चेक करें, पैकेट अगर खरीद रहा है तो और लूज आइटम खरीद रहे है तो एक ही दुकान से खरीदने की कोशिश करें। और संभव हो तो उसका बिल इनवॉइस जरूर ले लें। थोड़ा सा भी अंदेशा हो कि यह चीज सही नही है, गुणवत्ता खराब है तो इसकी सूचना विभाग को तत्काल उपलब्ध कराएं ताकि विभाग उसपर तत्काल एक्शन लेगा और उस पर कार्यवाही करेगा।