गाजीपुर सैदपुर(पवन मिश्रा) : उत्तर प्रदेश के मंत्री ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने हाल ही में गाजीपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कई अहम मुद्दों पर अपनी राय दी।
केतकी सिंह के बयान से दूरी बनाते हुए Om Prakash Rajbhar की प्रतिक्रिया
उन्होंने बलिया से बीजेपी विधायक केतकी सिंह के बयान से दूरी बनाते हुए कई महत्वपूर्ण टिप्पणियां कीं। केतकी सिंह ने मेडिकल कॉलेजों में मुसलमानों के लिए अलग से इलाज की व्यवस्था की बात की थी, जिस पर ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
ब्लड डोनेशन में धर्म का फर्क नहीं देखना चाहिए: ओपी राजभर
राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने कहा कि दुर्घटना के बाद लोग केवल ब्लड की तलाश करते हैं, न कि यह देखते हैं कि वह ब्लड हिंदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई का है।
“देश 140 करोड़ भारतीयों का है, भाईचारे के साथ रहना चाहिए”: ओपी राजभर
राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने कहा कि अगर हम इस तरह की बातों को स्वीकार करें तो फिर हमें अलग से हवाई जहाज, बसें और ट्रेनें भी चलानी चाहिए। उनका कहना था कि जब कोई दुर्घटना होती है और लोग अस्पताल में पहुंचते हैं, तो वे केवल ब्लड की तलाश करते हैं, ना कि यह देखते हैं कि वह ब्लड हिंदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई का है। उनका स्पष्ट कहना था कि यह देश 140 करोड़ भारतीयों का है, और सभी को आपसी भाईचारे और शांति के साथ रहना चाहिए।
राजभर ने इस मौके पर यह भी कहा कि सभी को अपने धर्म के अनुसार अपने त्योहार मनाने का अधिकार होना चाहिए, लेकिन किसी भी धर्म का पालन करते वक्त हमें दूसरों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए।
गाजीपुर का नाम बदलने के सवाल पर ओपी राजभर की प्रतिक्रिया
इस दौरान ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने गाजीपुर के नाम बदलने के सवाल पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यदि गाजीपुर के लोग चाहेंगे, तो सरकार नाम बदलने पर विचार कर सकती है। उनका कहना था कि यह निर्णय लोगों की भावनाओं पर निर्भर करेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार का काम है कि वह जनभावनाओं का सम्मान करे और उनके अनुरूप कार्रवाई करें।
चैंपियन्स ट्रॉफी के बाद मध्य प्रदेश में बवाल पर ओपी राजभर की टिप्पणी
इसके अलावा, ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने चैंपियन्स ट्रॉफी के दौरान भारत की जीत के बाद मध्य प्रदेश में हुए बवाल और दंगों के सवाल पर भी अपनी राय दी। उन्होंने इसे अराजक तत्वों का काम बताया और कहा कि ऐसे तत्वों को पहचान कर सख्ती से निपटना चाहिए। उनका कहना था कि देश में शांति और एकता बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है और हम सभी को मिलकर इसके लिए काम करना चाहिए।
बलिया में सुभासपा नेता की पुलिस पिटाई पर ओपी राजभर की प्रतिक्रिया
बलिया में सुभासपा नेता की पुलिस द्वारा पिटाई के बाद मंत्री दयाशंकर सिंह के बयान पर भी ओमप्रकाश राजभर ने अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि दयाशंकर भाई ने यह बात कही थी कि जो गलत करेगा, उसकी आंख नहीं बल्कि कलेजा निकाल लिया जाएगा। राजभर ने यह भी कहा कि हमें हमेशा कानून और व्यवस्था के अनुसार कार्य करना चाहिए और किसी को भी हिंसा का सहारा नहीं लेना चाहिए।
गाजीपुर कोर्ट में सुलह समझौते के तहत पुराने मामले का निपटारा
आखिरकार, ओमप्रकाश राजभर गाजीपुर में एक पुराने मामले में कोर्ट पहुंचे थे, जहां कोर्ट में सुलह समझौते के तहत मामला समाप्त कर दिया गया। यह मामला एक लंबी कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा था, जो अब समाप्त हो गया। इस मामले में सुलह होने के बाद राजभर ने इसे लेकर कोई भी विवाद नहीं उठाया और अपनी पूरी प्रक्रिया को शांतिपूर्वक निपटाने की बात की।
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ओमप्रकाश राजभर का यह बयान राज्य में वर्तमान राजनीति और सामाजिक मुद्दों पर गहरी छाप छोड़ने वाला है। उनका यह कहना कि देश को एकजुट रखने की आवश्यकता है, और समाज में भाईचारे को बढ़ावा देना चाहिए, इस समय की महत्वपूर्ण आवश्यकता को दर्शाता है।