ब्यूरो रिपोर्ट : टू व्हीलर इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के शेयर में सोमवार को 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई। कारोबार के अंत में कंपनी का शेयर एनएसई पर 5.61 प्रतिशत गिरकर ₹53.36 पर बंद हुआ। यह गिरावट कंपनी से जुड़ी एक ताजा खबर के कारण हुई, जिसने निवेशकों के बीच चिंता पैदा कर दी।
क्यों गिरा Ola Electric का शेयर?
ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) को इस समय गंभीर नियामक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी के खिलाफ भारत के मोटर वाहन अधिनियम के तहत नियमों का उल्लंघन करने के आरोप लगे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्राहकों की शिकायतों के कारण कई राज्यों में परिवहन अधिकारियों ने कंपनी के शोरूम्स पर छापे मारे और कुछ वाहनों को जब्त किया।
इसके अलावा, कंपनी को इस मुद्दे पर कारण बताओ नोटिस भी प्राप्त हुआ है, जिससे निवेशकों के मन में चिंता पैदा हुई है। इस खबर के चलते कंपनी के शेयर में भारी गिरावट आई है, जो अब तक इस वर्ष में 36 प्रतिशत गिर चुका है। वहीं, अगस्त 2024 के अपने उच्चतम स्तर से यह शेयर 60 प्रतिशत से अधिक गिर चुका है।
कंपनी ने क्या कहा?
ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। कंपनी ने मीडिया रिपोर्ट्स को “पूर्वाग्रहपूर्ण” और “गलत” बताया है। ओला ने कहा कि इसके डिस्ट्रीब्यूटर सेंटर्स और गोदाम भारत के मोटर वाहन अधिनियम के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करते हैं और कंपनी इन स्थानों पर केवल अपंजीकृत वाहनों को रखती है जो कानून के अनुपालन में होते हैं। इसके बावजूद, कंपनी के लिए यह एक बड़ी चुनौती है क्योंकि मीडिया की निगरानी और सरकारी जांच के कारण कंपनी की छवि पर असर पड़ा है।
क्या कहती हैं ताजा रिपोर्ट्स?
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के 3,400 शोरूम में से केवल 100 शोरूम्स के पास भारत के मोटर वाहन अधिनियम के तहत आवश्यक ट्रेड सर्टिफिकेट थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि अधिकांश शोरूम्स में अपंजीकृत वाहनों को डिस्प्ले करने, बेचने और टेस्ट राइड की पेशकश करने के लिए जरूरी लाइसेंस और प्रमाणपत्र नहीं थे। इसके अलावा, छह से अधिक परिवहन अधिकारियों ने ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के खिलाफ संभावित उल्लंघनों की जांच शुरू की है, जिससे कंपनी के कारोबार और उसके संचालन के तरीके पर सवाल उठने लगे हैं।
कंपनी के सामने आ रहे आंतरिक संकट
कंपनी का सामना सिर्फ बाहरी चुनौतियों से नहीं, बल्कि आंतरिक संकटों से भी हो रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) 1,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है। 2025 की शुरुआत से लेकर अब तक, कंपनी का शेयर 36 प्रतिशत गिर चुका है, और इस पर लगातार दबाव बना हुआ है। यह भी संकेत करता है कि कंपनी को लागत में कटौती की जरूरत महसूस हो रही है।
क्या यह ओला इलेक्ट्रिक के लिए संकट का समय है?
ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के लिए यह समय बेहद चुनौतीपूर्ण है। कंपनी को न केवल नियामक मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि निवेशकों की बढ़ती चिंता और शेयर की गिरावट ने कंपनी की भविष्यवाणी पर भी सवाल खड़ा कर दिया है। हालांकि ओला ने इन आरोपों को खारिज किया है और दावा किया है कि कंपनी कानून के मुताबिक काम कर रही है, लेकिन इसे अपनी छवि सुधारने और सरकारी अधिकारियों के साथ सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है।
इसके अलावा, ओला इलेक्ट्रिक को अब अपने संचालन में अधिक पारदर्शिता और नियमों का पालन सुनिश्चित करना होगा। इसके साथ ही, कंपनी को अपनी संरचना और रणनीतियों को फिर से परखने की आवश्यकता है ताकि वह इन दबावों से उबर सके और एक मजबूत स्थिति में लौट सके।
आगे क्या होगा?
ओला इलेक्ट्रिक को अब नियामक जांच से निपटने और अपने कर्मचारियों की छंटनी को सही तरीके से लागू करने के साथ-साथ अपनी छवि को भी सुधारने का कार्य करना होगा। इन तमाम समस्याओं के बावजूद, ओला इलेक्ट्रिक के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है। यदि कंपनी अपने आंतरिक और बाहरी संकटों से सफलतापूर्वक निपटने में सक्षम होती है, तो वह फिर से अपने निवेशकों का विश्वास जीतने में सफल हो सकती है।
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ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के लिए यह समय कठिनाई से भरा हुआ है, और कंपनी को कई मोर्चों पर सुधार की जरूरत है। नियामक जांच, कर्मचारियों की छंटनी और गिरते हुए शेयर प्राइस के बीच कंपनी के लिए अपनी स्थिति को फिर से मजबूत करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। आगामी दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि ओला इलेक्ट्रिक इन मुद्दों से कैसे निपटती है और भविष्य में किस दिशा में बढ़ती है।