ब्यूरो रिपोर्ट...गोरखपुर (Gorakhpur) के गोला के खिरखिटा दुबे गांव में सत्यम हत्याकांड को पुरानी रंजिश में अंजाम दिया गया। दो साल पहले रामलीला के मेले में विवाद हुआ था। तीन बार मारपीट हुई थी। पुलिस चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।गोरखपुर (Gorakhpur) के गोला के खिरखिटा दुबे गांव के सत्यम कुमार की हत्या पुरानी दुश्मनी में की गई है।
चार आरोपियों को पकड़कर पुलिस पूछताछ कर रही है। इनसे कई अहम जानकारियां मिली हैं। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किया गया धारदार हथियार भी बरामद कर लिया है। बहुत जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर गोला पुलिस घटना का पर्दाफाश करने का दावा कर रही है।
Gorakhpur के इस युवक ने थप्पड़ का बदला लेने के लिए उठाया ये बड़ा कदम
रविवार को गोरखपुर (Gorakhpur) पुलिस को शव का दाह संस्कार करवाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। परिजनों ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को आठ सूत्री मांग पत्र दिया है। इसमें पचास लाख रुपया सरकारी मदद, घर के सदस्य को सरकारी नौकरी, आरोपियों की गिरफ्तारी व फांसी, गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई कर संपत्ति की कुर्की, पीड़ित परिवार की सुरक्षा, शस्त्र लाइसेंस, थानाध्यक्ष के निलंबन आदि की मांग शामिल है।सीओ मनोज पांडेय ने बताया कि डीएम ने एसडीएम को मृतक के परिजनों को गांव की खाली जमीन पर पट्टा करने व आवास दिलाने का निर्देश दिया है। दूसरी ओर एसएसपी के आदेश पर एसओजी व क्राइम ब्रांच की टीम लगातार आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
सत्यम के पेट, गर्दन, सीना और पैर पर चाकू के 12 चोट के निशान
पोस्टमार्टम में सत्यम के पेट, गर्दन, सीना और पैर पर चाकू के 12 चोट के निशान मिले हैं। सूत्रों का कहना है कि आरोपियों ने घटना की बात कबूली है। निशानदेही पर पैर काटने में प्रयुक्त हेक्साब्लेड, ब्लड को छिपाने के लिए इस्तेमाल किया गया फावड़ा, चाकू व खून से सना कपड़ा भी बरामद कर लिया गया है।
कई दल के नेताओं का लगा जमाजमावड़ा
खिरखिटा दुबे गांव में रविवार को पूरे दिन कई दल के नेताओं का जमावड़ा लगा रहा। बसपा, भीम आर्मी और सपा के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ लगी रही। अपराह्न तीन बजे शव पहुंचते ही परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे और हत्यारों के फांसी की मांग की। इस दौरान उन लोगों को संभालना पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा था।
बसपा के जिलाध्यक्ष ऋषि कपूर कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। उन्होंने एसपी साउथ से बात कर और परिवार का मांग पत्र दिलवाया। थोड़ी देर बाद सपा के जिलाध्यक्ष बृजेश गौतम भी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे। उसके बाद काफी देर तक मान-मनोव्वल चलती रही। शाम करीब 05:40 बजे शव यात्रा निकली तो सैकड़ों लोगों की भीड़ सड़क पर नजर आई।
आरोपियों के गांव में सन्नाटा, डटी रही पुलिस फोर्स
सत्यम के गांव के बगल में ही आरोपियों के गांव खिरकिटा दीगर उर्फ मटियरिया में रविवार को दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। खिरकिटा दुबे गांव की भीड़ देखकर आरोपियों के गांव खिरकिटा दीगर में लोग घरों में ही रहे। वहां आरोपियों के घर पर भी पुलिस फोर्स और पीएसी के जवान तैनात रहे। इस घटना के बाद गांव के अधिकतर पुरुष घर छोड़कर कहीं और चले गए। गांव में महिलाएं मौजूद रहीं, वह भी अपने घरों के अंदर ही रहीं।