ब्यूरो रिपोर्ट… हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि पर होली का पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस साल फाल्गुन पूर्णिमा 14 मार्च को पड़ रही है इस प्रकार होली भी 14 मार्च को ही मनाई जाएगी। कुछ साधक अपने लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) के साथ भी होली मनाते हैं। तो चलिए जानते हैं इसकी विधि।
कई साधक अपने घर में पूरे विधि-विधान से लड्डू गोपाल की सेवा करते हैं। उनकी सेवा एक बच्चे की तरह ही की जाती है। कई साधक हर त्योहार को लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) के साथ भी मनाते हैं। जल्द ही होली का पर्व मनाया जाएगा। ऐसे में आप यह त्योहार अपने लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) जी के साथ बहुत ही खास तरीके से मना सकते हैं।
इस तरह करें शृंगार
होली के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) को स्नान कराएं और नए वस्त्र पहनाएं। होली के अवसर पर आप लड्डू गोपाल जी को रंग-बिरंगे कपड़े भी पहना सकते हैं। इसी के साथ लड्डू गोपाल की जी के शृंगार में मुकुट, मोर पंख और बांसुरी भी जरूर अर्पित करें, क्योंकि इनके बिना कान्हा जी का शृंगार अधूरा रहता है।
करें ये तैयारी
लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) के साथ होली खेलने के लिए सबसे पहले एक थाली लें और उसमें स्वस्तिक बनाएं। इस थाली में लड्डू गोपाल जी को विराजमान करें। सबसे पहले लड्डू गोपाल जी के चरणों में फूल समर्पित करें और इसके बाद उनके साथ फूलों की होली खेलें और उन पर फूल बरसाएं।इसी तरह गुलाल उनके चरणों में अर्पित करते हुए गुलाल लगाएं। इस बात का खास तौर से ध्यान रखें कि अगर आपके घर में लड्डू गोपाल विराजमान हैं, तो सबसे पहले उनके साथ होली खेलनी चाहिए, इसके बाद ही किसी और के साथ होली खेलें।
कौन-सा रंग लगाना है Laddu Gopal के शुभ
होली के दिन अगर आप लड्डू गोपालको पीले रंग का गुलाल लगाते हैं, तो इससे आपको उनका विशेष आशीर्वाद मिल सकता है, क्योंकि यह उनका प्रिय रंग माना गया है। इसी के साथ लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) जी को गुलाबी, हरा और लाल रंग का गुलाल भी लगाया जा कता है।यह रंग भी कान्हा जी को प्रिय हैं। इसी के साथ अगर आप सुगंधित अबीर लगाते हैं, तो इससे लड्डू गोपाल जी प्रसन्न होते हैं, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है।