हापुड़ (Hapur) में भयावह आग से टूट गया परिवार, 3 पशुओं की जलकर मौत
हापुड़ (सोनू चौधरी) : हापुड़ (Hapur) जिले के थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव गंदू नगला में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें अचानक आग लगने से तीन पशुओं की जलकर मौत हो गई और दो अन्य पशु गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना ने पूरे गांव में हड़कंप मचाया और पीड़ित परिवार का हाल बेहाल हो गया।
घटना के अनुसार, आग लगने की वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है, लेकिन इसने गांव के एक गरीब परिवार की पूरी जीवन-यात्रा को संकट में डाल दिया है। परिवार के सदस्य, जो कि ईंट भट्टे पर मजदूरी करके अपना गुजर-बसर करते हैं, अब इस घटना के बाद पूरी तरह से टूट चुके हैं।
आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। आसपास के ग्रामीणों ने तुरंत आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि उसे बुझाने में काफी समय लग गया। ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
Hapur में पशुओं की मौत और घायल होने से बढ़ी समस्या
इस आग में तीन पशुओं की जलकर मौत हो गई, जिससे परिवार का जीवन और भी कठिन हो गया। पशुपालन से उनका रोज़गार चलता था, और इन पशुओं की मौत से उनका एक महत्वपूर्ण संसाधन समाप्त हो गया। वहीं, दो अन्य पशु गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज चल रहा है।पीड़ित परिवार के सदस्य इस घटना के बाद शोक में डूबे हुए हैं और उनका रो-रो कर बुरा हाल है। आग लगने की वजह से उनकी आजीविका पर गहरा असर पड़ा है, और वे अब प्रशासन से सहायता की उम्मीद कर रहे हैं।
पुलिस और फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर की राहत कार्य
घटना की जानकारी मिलते ही बहादुरगढ़ पुलिस(Hapur), फायर ब्रिगेड और डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है, जबकि फायर ब्रिगेड ने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। इसके बाद घायल पशुओं का इलाज भी किया गया।(Hapur)
परिजनों और ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग
पीड़ित परिवार और गांव के अन्य ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। परिवार का कहना है कि उनकी स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है और आग से हुए नुकसान की भरपाई के लिए उन्हें कम से कम 5 लाख रुपये का मुआवजा मिलना चाहिए।ग्रामीणों ने भी प्रशासन से जल्द कार्रवाई की उम्मीद जताई है, ताकि इस परिवार को न्याय मिल सके और उनके जीवन की दिशा बदल सके। गांव के लोग इस दुखद घटना के बाद एकजुट हो गए हैं और मदद की अपील कर रहे हैं।(Hapur)
संकट के बीच प्रशासन की भूमिका
इस घटना ने गांव में प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, प्रशासन ने तत्परता से काम किया, लेकिन पीड़ित परिवार का कहना है कि जल्द से जल्द मुआवजा मिलना चाहिए ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें।
इस हादसे के बाद, प्रशासन को यह समझना होगा कि इस तरह की घटनाओं से प्रभावित परिवारों को समय रहते सहायता मिलनी चाहिए, ताकि वे फिर से अपनी खोई हुई चीजों को पा सकें और अपनी मेहनत से जीवन यापन कर सकें।
यह भी पढेः Cholesterol कम करने के लिए सुबह खाली पेट पिएं ये 5 ड्रिंक्स….
यह घटना केवल एक परिवार के लिए नहीं, बल्कि पूरे गांव के लिए एक दुखद उदाहरण बन गई है। प्रशासन और समाज की जिम्मेदारी है कि ऐसे परिवारों की मदद करें जो किसी प्राकृतिक या आकस्मिक दुर्घटना से प्रभावित हुए हैं। उम्मीद की जाती है कि प्रशासन जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएगा और उनकी मदद करेगा ताकि वे इस कठिन समय से बाहर निकल सकें।(Hapur)