ब्यूरो रिपोर्ट… गुजरात के जामनगर में कांगो फीवर से 51 वर्षीय शख्स की मौत हो गई है। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पिछले 5 सालों से कांगो फीवर (Congo Fever) से होने वाली यह पहली मौत है। ब्लड सैंपल के जरिए मृतक में कांगो फीवर की पुष्टि हुई थी। आपको बता दें कि मृतक पशुपालक था। कांगो फीवर से मौत के बाद से लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। यह एक गंभीर बीमारी है, जो वायरस के कारण होती है। यह फीवर जानवरों से इंसानों में फैलता है।
कांगो फीवर क्या है?
कांगो फीवर (Congo Fever) एक गंभीर बीमारी है, यह जानलेवा हो सकती है। अभी इसका कोई इलाज मौजूद नहीं है। यह वायरस मुख्य तौर पर टिक्स या कीटों के माध्यम से फैलता है। गुजरात में एक शख्स की मौत के बाद से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। हालांकि, अगर पूरी सावधानी बरती जाए तो इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है।
कांगो फीवर के कारण
कांगो फीवर (Congo Fever) क्रीमियन-कांगो हेमोरेजिक फीवर वायरस के कारण होता है। यह वायरस टिक्स या कीटों में पाया जाता है। जब कोई कीट या टिक्स, व्यक्ति को काटता है तो इससे स्वस्थ व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।
कांगो फीवर के लक्षण
तेज बुखार, कांगो फीवर (Congo Fever) का सबसे आम लक्षण है। कांगो फीवर में व्यक्ति में तेजी से बुखार बढ़ सकता है। इसकी वजह से व्यक्ति को अचानक से बुखार आता है। यह बुखार कई दिनों तक बना रहता है।
कांगो फीवर की वजह से व्यक्ति को मांसपेशियों में दर्द की शिकायत बनी रहती है। यह दर्द पूरी शरीर में फैल सकता है।
कांगो फीवर की वजह से गंभीर सिरदर्द की समस्या हो सकती है। इसकी वजह से आपको दवाई लेने के बाद भी सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
उल्टी और दस्त भी कांगो फीवर (Congo Fever) के लक्षण हो सकते हैं। इसकी वजह से पेट में तेज दर्दहो सकता है।
कांगो फीवर से बचाव के उपाय
कांगो फीवर से बचाव के लिए आपको टिक्स और अन्य कीटों से बचना जरूरी है।
इस फीवर से बचने के लिए फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें। अपने पूरी शरीर को ढककर रखें।
घर में कीटनाशकों का उपयोग जरूर करें।
घर और आस-पास स्वच्छता का ध्यान जरूर रखें। अगर आपको कांगो फीवर का कोई लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।