ब्यूरो रिपोर्ट…. आलू (Potato) का सेवन अगर सीमित मात्रा में किया जाए तो इससे स्वास्थ्य को कई फायदे मिल सकते हैं, लेकिन ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से स्वास्थ्य से जुड़ी कई बीमारियां हो सकती हैं।
Potato ही है पसंद तो सावधान,
वजन बढ़ना
आलू (Potato) में उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो शरीर में ऊर्जा के रूप में परिवर्तित होते हैं। यदि आलू का अत्यधिक सेवन किया जाए और उसका उपयोग ऊर्जा के रूप में न हो, तो यह शरीर में वसा के रूप में जमा हो सकता है, जिससे वजन बढ़ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है। जिन लोगों का वजन पहले से ही बढ़ रहा है, उन्हें आलू का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।
ब्लड शुगर का बढ़ना
आलू (Potato) में उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर जल्दी बढ़ता है। खासकर यदि इसे तले हुए रूप में खाया जाए, तो यह डायबिटीज के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि यह इंसुलिन के स्तर को प्रभावित कर सकता है। हाई ब्लड शुगर के मरीजों को हमेशा कम मात्रा में ही आलू का सेवन करना चाहिए।
पाचन समस्याएं
आप में से अधिकतर लोग हर सब्जी को आलू (Potato) के साथ ही बनाते होंगे। मगर आलू का अत्यधिक सेवन पेट में सूजन, गैस और अपच जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसका कारण यह है कि आलू में स्टार्च की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन प्रक्रिया को कठिन बना सकती है। जब तक आपकी पाचन से जुड़ी समस्या ठीक नहीं होती है, तब तक आलू का सेवन कम से कम ही करना चाहिए।
न्यूट्रिशनल इम्बैलेंस
आलू के अधिक सेवन से शरीर को अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। आलू में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की मात्रा कम होती है, इसलिए यदि इसे अत्यधिक खाया जाए तो शरीर में पोषण की कमी हो सकती है। यही कारण है कि आलू के साथ-साथ अन्य सब्जियों का भी सेवन करते रहना चाहिए।
हार्ट से संबंधित समस्याएं
आलू में फाइबर की कमी होती है और अगर तले हुए आलू का अधिक सेवन किया जाए, तो इसमें ट्रांस फैट्स की मात्रा बढ़ सकती है, जो दिल की बीमारियों का कारण बन सकती है। इससे उच्च रक्तचाप और अन्य कार्डियोवैस्कुलर समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए आलू का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए, ताकि इसके पोषक तत्वों का लाभ लिया जा सके और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
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