देवरिया (Deoria) (अरविंद दूबे): उत्तर प्रदेश के देवरिया (Deoria) जनपद में सलेमपुर विधानसभा क्षेत्र में स्थित नदावर घाट पुल पर बांस बल्ली के सहारे रेलिंग लगाई गई है, जिससे प्रशासन की कार्यप्रणाली और प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं। यह पुल, जो पहले से बांस बल्ली के सहारे बना हुआ था, अब इसके किनारे रेलिंग लगा दी गई है, जो अस्थायी तरीके से सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास है।
Deoria में बास बल्ली के सहारे जनपद का सिस्टम
दरअसल देवरिया (Deoria) के सलेमपुर विधानसभा क्षेत्र के नदावर घाट पुल पर बांस बल्ली के सहारे रेलिंग लगाए जाने का मामला क्षेत्रीय लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है। देवरिया (Deoria) के स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के अस्थायी उपाय से पुल की सुरक्षा में कोई स्थायित्व नहीं आएगा। बांस बल्ली का उपयोग कर बनाई गई रेलिंग न केवल असुरक्षित हो सकती है।
बल्कि यह पुल की मजबूती और सुरक्षा को लेकर भी संदेह उत्पन्न करती है। इसके बजाय स्थायी और मजबूत निर्माण सामग्री का इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि पुल का उपयोग सुरक्षित तरीके से किया जा सके। यह घटना स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली और प्राथमिकताओं पर भी सवाल खड़ा करती है।
दरअसल यह घटना यह दर्शाती है कि स्थानीय प्रशासन के पास या तो स्थायी समाधान का अभाव है, या फिर कुछ कार्यों को जल्द-जल्द करने की कोशिश की जा रही है, जो कभी-कभी स्थायित्व के बजाय अस्थिरता का कारण बन सकते हैं। इस पुल की स्थिति ने उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में प्रशासन की प्राथमिकताओं और संसाधनों के वितरण पर सवाल खड़ा किया है।
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दरअसल आपको बता दे कि इससे यह भी स्पष्ट होता है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन को अपने कार्यों की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों के प्रति और अधिक जिम्मेदार होना पड़ेगा।