ब्यूरो रिपोर्टः आज हम बात करेंगे योगासन (Yogasana) के बारे में, दरअसल हृदय संबंधी समस्याएं, जैसे हार्ट अटैक, आजकल बढ़ती जा रही हैं, लेकिन सही जीवनशैली और नियमित योगाभ्यास (Yogasana) से आप इनका जोखिम कम कर सकते हैं। योगासन ना केवल शरीर को फिट रखता है, बल्कि मानसिक स्थिति को भी सुधारता है, जिससे दिल की सेहत पर सकारात्मक असर पड़ता है। यहां 5 योगासन बताए जा रहे हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और हार्ट अटैक के रिस्क को कम करते हैं।
Yogasana हार्ट अटैक के रिस्क को कम करने में मददगार
भुजंगासन (Cobra Pose)
कैसे करें: पेट के बल लेटकर, हाथों को कंधों के पास रखते हुए धीरे-धीरे शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर उठाएं और छाती को बाहर की ओर निकालें। सिर और कंधों को पीछे की ओर खींचें। लाभ: यह योगासन (Yogasana) हृदय को मजबूत करता है, रक्त संचार को सुधारता है और शरीर में तनाव को कम करता है, जिससे हृदय रोग का खतरा घटता है।
वृक्षासन (Tree Pose)
कैसे करें: एक पैर पर खड़े होकर, दूसरे पैर को घुटने से ऊपर रखें और पैरों के तलवे को एक-दूसरे से सटाकर हथेलियों को नमस्कार मुद्रा में जोड़ें।लाभ: यह योगासन (Yogasana) संतुलन बढ़ाता है और रक्त प्रवाह को सुधारता है, जिससे दिल की सेहत पर सकारात्मक असर पड़ता है। साथ ही, यह तनाव और मानसिक दबाव को भी कम करता है, जो दिल के लिए हानिकारक हो सकता है।
सेतु बंध आसन (Bridge Pose)
कैसे करें: पीठ के बल लेटकर, घुटनों को मोड़कर, पैरों को कूल्हे की चौड़ाई में रखें और हाथों को शरीर के पास रखें। फिर धीरे-धीरे अपने कूल्हे को ऊपर उठाएं और शरीर को एक पुल के आकार में बदलें। लाभ: यह योगासन (Yogasana) हृदय को सक्रिय करता है, रक्त संचार को बढ़ाता है और शरीर के निचले हिस्से को मजबूत करता है। यह हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने में मददगार है।
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दरअसल योगासन (Yogasana) केवल शारीरिक फिटनेस के लिए नहीं है, बल्कि यह मानसिक और भावनात्मक संतुलन को भी बनाए रखने में मदद करता है। अगर आप हार्ट अटैक के रिस्क को कम करना चाहते हैं, तो इन योगासनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। योग के साथ सही आहार, व्यायाम और मानसिक शांति को भी महत्व दें।