ब्यूरो रिपोर्टः उत्तर प्रदेश विधानसभा में हाल ही में समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान (Atul Pradhan) को सदन से निष्कासित कर दिया गया। इस पर अतुल प्रधान (Atul Pradhan) ने विधानसभा अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि उन्हें जानबूझकर निष्कासित किया गया ताकि विपक्षी नेताओं की आवाज़ को दबाया जा सके और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर किया जा सके।
Atul Pradhan ने सदन से निष्कासित होने बाद दिया बड़ा बयान
अतुल प्रधान (Atul Pradhan) ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार सदन में विपक्ष को बोलने का पूरा मौका नहीं देती और सदन की कार्यवाही को नियंत्रित करने के लिए गलत तरीकों का सहारा ले रही है। उन्होंने इस कदम को लोकतंत्र की हत्या करार दिया और भाजपा सरकार पर हमला बोला। साथ ही, उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पर पक्षपाती रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया।
और कहा कि यह कदम पूरी तरह से राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है। अतुल प्रधान (Atul Pradhan) ने आरोप लगाया कि उन्हें सदन से निष्कासित करना भाजपा सरकार का एक साजिशपूर्ण कदम था, जिसका उद्देश्य विपक्षी नेताओं को डराना और उनकी आवाज़ दबाना था। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने पक्षपाती रवैया अपनाया और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर किया।
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प्रधान ने यह भी दावा किया कि भाजपा अपने विरोधियों को निशाना बनाने के लिए इस तरह के कदम उठा रही है, जिससे जनता के मुद्दों पर चर्चा करने में बाधा उत्पन्न हो रही है। उन्होंने निष्कासन को न केवल उनके व्यक्तिगत खिलाफ बल्कि समूचे विपक्ष के खिलाफ एक सुनियोजित हमला करार दिया।