बिहार के एक परिवार को गूगल मैप (Google Map) पर पूरी तरह से भरोसा करना भारी पड़ गया, जब वे कर्नाटक के घने जंगल में फंस गए। यह घटना कर्नाटक के पश्चिमी घाट के एक दुर्गम इलाके में घटी, जब बिहार का एक परिवार छुट्टियां मनाने के लिए यात्रा पर निकला था। वे गूगल मैप (Google Map) के निर्देशों का पालन करते हुए अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे, लेकिन गूगल मैप ने उन्हें घने जंगल और सुनसान रास्तों से होते हुए एक जटिल मार्ग पर भेज दिया।
Google Map पर भरोसा भारी पड़ा
परिवार के सदस्य गूगल मैप (Google Map) द्वारा दिए गए मार्ग का अनुसरण करते हुए जंगल के अंदर गहरे रास्तों पर चले गए, जिससे वे पूरी तरह से रास्ता भटक गए। जंगल में कोई रास्ता नहीं दिख रहा था, और उनका वाहन भी जाम हो गया। उन्होंने मदद के लिए कई बार फोन करने की कोशिश की, लेकिन घने जंगल में नेटवर्क सिग्नल कमजोर था, जिससे वे संपर्क नहीं कर पाए। इस दौरान परिवार में एक महिला और बच्चे भी शामिल थे, और वे घबराए हुए थे। सड़क पर कोई अन्य यात्री या वाहन नहीं था, और जंगल में गुम हो जाने का डर बढ़ रहा था।
यह घटना यह साबित करती है कि गूगल मैप (Google Map) और अन्य नेविगेशन एप्स पर पूरी तरह से निर्भर होना खतरनाक हो सकता है, खासकर जब रास्ते अपरिचित या घने जंगलों में हों। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति जंगल या अनजान रास्तों पर यात्रा करने जा रहा है, तो उसे गूगल मैप्स के अलावा स्थानीय मार्गदर्शन और सुरक्षित रास्तों का चयन करना चाहिए। साथ ही, यात्रा से पहले पूरी जानकारी हासिल करना भी महत्वपूर्ण है।
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यह घटना गूगल मैप्स और डिजिटल नेविगेशन के उपयोग में सतर्कता बरतने की आवश्यकता को उजागर करती है। हालांकि, तकनीकी उपकरण हमारी यात्रा को आसान बना सकते हैं, लेकिन असुरक्षित और अनजान रास्तों पर इनका भरोसा करना कभी-कभी खतरनाक साबित हो सकता है।