ब्यूरो रिपोर्टः दिल्ली (Delhi) कूच करने का यह आंदोलन किसान संगठनों द्वारा बड़े पैमाने पर किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाना है। शंभू बार्डर से किसानों का दिल्ली (Delhi) की ओर रवाना होना, विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा है।
Delhi कूच करेंगे किसान
किसान संगठन चाहते हैं कि सरकार उनके मुद्दों पर गंभीरता से विचार करे, जैसे MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी और कृषि सुधारों के नाम पर लाए गए कानूनों को वापस लिया जाए। इस आंदोलन ने देशभर में सरकार और किसानों के बीच एक गहरे संवाद की आवश्यकता को उजागर किया है।
आज किसान दिल्ली (Delhi) कूच करने की पूरी तैयारी में हैं। शंभू बॉर्डर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। 101 किसानों का जत्था पैदल रवाना होगा। हरियाणा सरकार ने किसानों को आगे न बढ़ने देने का आदेश दिया है। जबकि किसान अपनी मांगों के लिए फरवरी से शंभू बॉर्डर पर मोर्चा लगाकर बैठे हैं।
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वो छह दिसंबर को दिल्ली (Delhi) कूच का ऐलान कर चुके हैं। आज छह है और किसान दिल्ली कूच करने की हुंकार भर चुके हैं। दोपहर एक बजे किसानों के जत्थे शंभू बॉर्डर से आगे बढ़ेंगे। किसानों ने पंजाब और हरियाणा से दिल्ली कूच करने की अनुमति मांगी थी। पंजाब ने तो अनुमति दे दी, लेकिन हरियाणा सरकार ने उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी है।