ब्यूरो रिपोर्टः बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने हाल ही में एक समीक्षा बैठक के दौरान यह बयान दिया कि देश में लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी बज रही है। उन्होंने इस संदर्भ में कहा कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सभी को एकजुट होने की आवश्यकता है। मायावती ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर कर रही है।
Mayawati ने समीक्षा बैठक में किस बात का किया जिक्र
और सत्ता के दुरुपयोग के कारण विपक्षी नेताओं, खासकर दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों, को निशाना बनाया जा रहा है। मायावती (Mayawati) ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के सत्ता में रहते हुए, विभिन्न संस्थाओं और सरकारी तंत्रों का इस्तेमाल विपक्षी दलों के खिलाफ किया जा रहा है, जो लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है। इस प्रकार, उनका मानना है कि लोकतंत्र को बचाने के लिए मजबूत विरोध की आवश्यकता है।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती (Mayawati) ने हाल ही में एक समीक्षा बैठक में देश में लोकतंत्र के लिए बढ़ते खतरे की बात की। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन कर रही है और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है। मायावती ने विशेष रूप से केंद्र सरकार पर लोकतंत्र को खतरे में डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है।
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और विपक्षी दलों, खासकर दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ कई तरह की कार्रवाई हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के इस रवैये से न्यायपालिका, पुलिस और अन्य सरकारी तंत्र भी प्रभावित हो रहे हैं। मायावती (Mayawati) ने देशवासियों से अपील की कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सभी को एकजुट होना चाहिए, ताकि लोकतंत्र की मूल भावना को सुरक्षित रखा जा सके।