ब्यूरो रिपोर्टः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में स्थित ऐतिहासिक इमामबाड़ा और रूमी गेट का इलाका अब हेरिटेज जोन घोषित कर दिया गया है। यह फैसला लखनऊ (Lucknow) नगर निगम द्वारा लिया गया, और इसे शहर के ऐतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक महत्व को संरक्षित करने के उद्देश्य से किया गया।
Lucknow रूमी गेट बना हेरिटेज जोन
लखनऊ (Lucknow) का इमामबाड़ा, जिसे भुलभुलैया भी कहा जाता है, एक ऐतिहासिक और वास्तुकला की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल है। इसे नवाब आसफ-उद-दाुला ने 1784 में बनवाया था। यह इमामबाड़ा शिया मुस्लिम समुदाय के धार्मिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है और इसे भारतीय स्थापत्य कला का बेहतरीन उदाहरण माना जाता है। यहाँ का labyrinth (भूल-भुलैया) अपनी जटिल संरचना के लिए प्रसिद्ध है, जो पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र है।
रूमी गेट लखनऊ (Lucknow) के एक अन्य प्रमुख ऐतिहासिक स्थल के रूप में ख्यात है। यह इमामबाड़ा के पास स्थित है और अपने भव्य स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध है। यह दरवाज़ा नवाब आसफ-उद-दाुला के शासनकाल में बना था और उसका महत्व न केवल वास्तुकला के लिहाज से है, बल्कि यह लखनऊ के सांस्कृतिक इतिहास का एक अहम हिस्सा भी है।
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लखनऊ नगर निगम ने इमामबाड़ा-रूमी गेट क्षेत्र को हेरिटेज जोन घोषित कर इस क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने का प्रयास किया है। इस कदम से शहर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को बचाने के साथ-साथ इसे पर्यटकों के लिए और भी आकर्षक बनाने की योजना है। हेरिटेज जोन बनने के बाद, इस क्षेत्र में अव्यवस्थित निर्माण और विकास कार्यों पर नियंत्रण रखा जाएगा।
इमामबाड़ा और रूमी गेट का इलाका हेरिटेज जोन में शामिल होने से यह ऐतिहासिक स्थल और अधिक महत्वपूर्ण बन जाएगा, और इसके साथ ही लखनऊ के सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने में मदद मिलेगी।