ब्यूरो रिपोर्टः लखनऊ में 15 यानी आज से 18 नवंबर तक वृंदावन योजना मैदान में ‘कृषि भारत 2024’ मेला का आयोजन किया जा रहा है। मेले में प्रदेश के करीब एक लाख किसान (Farmer) शामिल होंगे। इसमें किसानों को नई तकनीकों और सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। दरअसल प्रदेश में कृषि और पशुपालन क्षेत्र में नई तकनीकों को बढ़ावा देने और उत्पादन को बढ़ाने के लिए आयोजित होने जा रहे इस चार दिवसीय मेले का शुक्रवार को राजधानी के वृंदावन योजना मैदान में सीएम योगी के हाथों शुभारंभ होगा।
उपचुनाव से पहले लखनऊ में जुटेंगे Farmer
बता दे कि इसमें प्रदेश भर के करीब 1 लाख किसानों (Farmer) के जुटने का अनुमान लगाया जा रहा है। बता दे कि मेले में कृषि उद्योग से जुड़े देश-दुनिया के दो सौ एग्जीबिटर्स अपने उत्पादों और तकनीक की प्रदर्शनियां लगाएंगे। गुरुवार को लोकभवन में भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा ‘एग्रो टेक इंडिया – कृषि भारत 2024’ के आयोजन को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कृषि उत्पादन आयुक्त, मोनिका एस गर्ग ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक कृषि प्रधान राज्य है।
जहां पिछत्तर प्रतिशत भूमि कृषि उपयोग में लानी पड़ जाती है। उन्होंने बताया कि योगी सरकार किसानों (Farmer) के हितों को सर्वोपरि मानती है और उनके कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। चूंकि, प्रदेश में कृषि क्षेत्र में मैकेनाइजेशन की कमी महसूस की जाती रही है। आपको बता दे कि किसान अभी भी पारंपरिक तरीके से खेती कर रहे हैं, जबकि उन्हें लाइन बुवाई और जीरो सीड ड्रिल जैसी तकनीकों का उपयोग करना चाहिए।
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हालांकि इससे न केवल उत्पादकता में वृद्धि होगी बल्कि खेती की लागत भी कम होगी। कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग ने बताया कि मेले में पराली प्रबंधन पर भी विशेष जोर दिया जाएगा। सरकार द्वारा किसानों (Farmer) को यंत्रों पर सब्सिडी दी जा रही है, लेकिन उनका पर्याप्त लाभ किसान नहीं उठा रहे। कार्यक्रम के दौरान किसानों को फार्म मशीनरी बैंक के माध्यम से उन्नत उपकरणों के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।