ब्यूरो रिपोर्टः दीपोत्सव धनतेरस से शुरू होकर भैया दूज तक चलता है। मुख्यतः यह पर्व 5 दिनों तक मनाया जाता है और दीपावली (Diwali) के एक दिन बाद गोवर्धन पूजा की जाती है। लेकिन इस बार यह दीपोत्सव 6 दिन तक चलने वाला है। ऐसे में चलिए जानते हैं इसका कारण और साथ ही जानते हैं गोवर्धन पूजा की सही डेट। दरअसल सनातन धर्म में दिपावली (Diwali) के पर्व का खास महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने में आने वाली अमावस्या पर दीपावली (Diwali) का पर्व मनाया जाता है, जो हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इस साल दीपावली पर्व की सही तारीख को लेकर काफी संशय की स्थिति बनी हुई है।
Diwali हिंदुओं का है सबसे प्रमुख त्योहार
पंचांग के अनुसार इस बार दीवाली (Diwali) का पर्व आज यानी 31 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस साल दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस के साथ मंगलवार, 29 अक्टूबर से हो गई है है। वहीं, भाई दूज रविवार 03 नवंबर को मनाया जाएगा। इस प्रकार दीपोत्सव 5 दिन का न होकर 6 दिनों तक चलने वाला है। जिसका कारण यह बताया जा रहा है कि कार्तिक अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर की दोपहर 03 बजकर 52 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं यह तिथि से 1 नवंबर शाम 06 बजकर 16 मिनट तक रहने वाली है। आपको बता दे कि कार्तिक अमावस्या 2 दिन यानी 31 अक्टूबर और 1 नवंबर तक रहेगी।
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जिस कारण इस बार दीपोत्सव 06 दिनों तक मनाया जाएगा। आपको बता दे कि गोवर्धन इस बार शनिवार यानी दो नवंबर को मनाया जाएगा, क्योंकि कार्तिक अमावस्या एक नवंबर तक रहने वाली है। वहीं गोवर्धन पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि पर मनाया जाता है। ऐसे में प्रतिपदा तिथि एक नवम्बर को शाम 06 बजकर 16 मिनट पर शुरू हो रही है। बता दे कि इस तिथि का समापन दो नवंबर को रात 08 बजकर इक्कीस मिनट पर हेने वाला है। तो ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, गोवर्धन का पर्व शनिवार, 02 नवंबर को मनाना अधिक शुभ माना जा रहा है।