सहारनपुर (शमीम अहमद): खबर यूपी के सहरानपुर (Saharanpur) से है, जहां दारुल उलूम देवबंद में महिला और लोगों के द्वारा रील बनाने का चलन आम हो गया था, जिसके बाद देवबंद उलेमाओं ने मदरसे में एंट्री पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब अगर किसी व्यक्ति को एंट्री करनी है तो उसको एंट्री पास बनवाना होगा उसके बाद ही अंदर इंट्री हो पाएगी। सहारनपुर (Saharanpur) के मुफ़्ती असद कासमी ने बताया कि जो दारुल उलूम देवबंद का फैसला आया है।
Saharanpur के दारुल उलूम देवबंद में जाने के लिए लगेगा अब एंट्री पास
औरतों की एंट्री को लेकर प्रवेश पास जारी किया जाएगा यह बहुत अच्छी बात है। यह होना भी चाहिए कोई भी संस्था हो, कोई भी इदारा हो या कोई भी यूनिवर्सिटी हो उसके अपने कानून होते हैं। सहारनपुर (Saharanpur) के देवबंद दारुल उलूम के भी कुछ कानून है इसको लेकर देवबंद दारुल उलूम ने एक एंट्री पास जारी किया है। महिलाओं को लेकर आमतौर पर देखा गया है कुछ औरतें ऐसी पाई गई।
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जो उसके अंदर जाकर खुराफात करती थी और रील बनाती थी, जाहिर से बात है अब एंट्री होगी तो पता लगेगा कौन है कहां से है। यह कानून जिसमें प्रवेश पास जारी किया जाएगा यदि कोई घूमने के लिए और देखने के लिए दारुल उलूम आता है जिसमें इत्मीनान के साथ यह काम किया जाएगा। दारुल उलूम का यह फैसला काबिले तारीफ है और स्वागत योग्य है।