ब्यूरो रिपोर्टः भारत के उत्तराखंड (Uttarakhand) में एक ऐसी जगह है, जहां शायद आपको परियां देखने को मिल जाए। जहां परियों ने अपना देश बसा रखा है और यहां पर परियां देखने को मिल सकती हैं। इस स्थान पर लोग परियों की पसंद-नापसंद के मुताबिक ही रहते हैं। यहां पर परियों का होना और दिखाई देना कितना सच है, इसकी कल्पना तो नहीं की जा सकती लेकिन यहां पर लोगों के किस्सों-कहानियों और इनके रहन-सहन के बारे में सुनने के बाद एक उम्मीद के साथ परियों के देश की सैर करने जाया जा सकता है।
Uttarakhand का रहस्यमयी हिल स्टेशन
उत्तराखंड (Uttarakhand) में परियों के देश के नाम से मशहूर ये हिल स्टेशन दिल्ली से कुछ घंटों की दूरी पर स्थित है। परियों का देश कहां बसा है और यहां कैसे पहुंचा जा सकता है। इस रहस्यमयी हिल स्टेशन की कहानी आपको यहां आने के लिए मजबूर कर सकती है। उत्तराखंड के एक छोटे से हिल स्टेशन को परियों का देश कहा जाता है। इस हिल स्टेशन का नाम ‘खैट पर्वत’ है।
खैट पर्वत उत्तराखंड (Uttarakhand) के गढ़वाल जिले में स्थित है। खैट पर्वत समुद्र तल से करीब 10000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह पर्वत किसी जन्नत से कम नहीं लगता। खैट पर्वत जाने के लिए उत्तराखंड के ऋषिकेश से सड़क मार्ग के जरिए गढ़वाल जिले के फेगुलीपट्टी के थात गांव तक किसी सवारी से पहुंच सकते हैं। टिहली गढ़वाल तक आपको बस सेवा मिल सकती है।
यह भी पढ़ें: उपचुनाव से पहले बढ़ा Congress का कुनबा, रालोद के पूर्व नेता ने थामा काग्रेंस का हाथ…
कुछ लोग इन्हें परियां, तो कुछ योगनियां और वनदेवियां भी मानते हैं। यहां पर रहने वाले लोगों का मानना है कि परियों को तेज रंग, तेज संगीत और शोर-शराबा पसंद नहीं है। इसलिए यहां इन चीजों के मना करते है। उत्तराखंड (Uttarakhand) के गढ़वाल में घूमने आने वाले पर्यटकों को भी संगीत न बजाने की हिदायत दी जाती है। घूमने के लिहाज से यह स्थान हरियाली से घिरा, सुहाना मौसम और अद्भुत नजारों वाला है। खैट पर्वत पर अखरोट और लहसुन की खेती भी होती है।