ब्यूरो रिपोर्ट: शहर के बाहरी छोर पर बसी कॉलोनी में लोगों द्वारा लाठी-डंडे लेकर पहरा देने का मामला राजनीतिक मुद्दा बन गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मामले को लेकर एक्स पर पोस्ट डालकर भाजपा सरकार पर पलटवार किया और मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया, तो भाजपा नेता पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने पलटवार करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में सांप्रदायिक दंगा सपा सरकार में ही हुआ था, क्या उसे भूल गए।
Muzaffarnagar में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया
दरअसल, नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में भोपा रोड रजवाहा पटरी मार्ग पर दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज के निकट शांति नगर कॉलोनी के अंतिम छोर पर रहने वाले कुछ लोग लाठी-डंडे लेकर पहरा दे रहे हैं। इसका फोटो इंटरनेट मीडिया पर फैमस हुआ। ध्यान देने वालों में भाजपा के कार्यकर्ता भी शामिल हैं, उनका मकान उसी क्षेत्र में है। इसी मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर पोस्ट डाली है।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में चोरों और नशेड़ियों की बढ़ती वारदात से परेशान होकर नागरिक स्वयं ही लाठी-डंडे लेकर निगरानी देने के लिए मजबूर हो गए हैं। इस चौकीदारी में भाजपा भी शामिल हैं, मतलब उनको भी अपनी सरकार से सुरक्षा प्रदान करने की उम्मीद नहीं बची है। जनता पूछ रही है कि पुलिस के पास सत्ता पक्ष के लिए वसूली करने के अलावा और कोई काम नहीं बचा है क्या।
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पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने इस पर पलटवार करते हुए एक्स पर पोस्ट डाली। उन्होंने लिखा 2013 में मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में हुए दंगों में आजादी के बाद उत्तर प्रदेश में हुए दंगों में सबसे ज्यादा जनहानि में 62 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी, और यह सब अखिलेश यादव की सरकार मे हुआ , लगता है आप भूल गये ।