हिसार : सत्तापलट और भीतरघात जैसे हालात से जूझ रही हरियाणा की राजनीति (Haryana Politics) की सोमवार को एक अलग ही तस्वीर सामने आई है। यह तस्वीर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की आपसी फूट को दर्शाती है। आज हिसार में भाजपा नेता रणजीत चौटाला की एक सभा में दूसरे भाजपा नेता कुश्लदीप बिश्नोई के विरोध वाले पर्चे (Anti Kuldeep Pamphlets) बंटे हैं।
63 हजार 381 वोटों से हारे थे रणजीत
बता दें कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने हिसार सीट से अपने बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला को मैदान में उतारा था। इसके बाद जब चुनाव परिणाम सामने आया तो यहां से पार्टी को निराशा ही हाथ लगी। कांग्रेस प्रत्याशी जय प्रकाश ने रणजीत चौटाला को 63 हजार 381 वोटों से हरा दिया। बड़ी बात यह है कि भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को अपनी पार्टी के दूसरे कद्दावर नेता कुलदीप बिश्नोई पर रत्तीभर भी भरोसा नहीं था। आज इसका एक नमूना रणजीत चौटाला की एक सभा में देखने को मिला।
15 गांवों पर लगाया था इंचार्ज
दरअसल, रणजीत चौटाला ने कुलदीप बिश्नोई के दबदबे वाले आदमपुर विधानसभा क्षेत्र के 15 गांवों के ऊपर तौफ़ीक़ खान नामक एक स्थानीय नेता को इंचार्ज बना रखा था। सूत्रों के मुताबिक तौफ़ीक़ खान की रिपोर्ट है कि कुलदीप बिश्नोई ने भीतरघात किया, जिसके कारण रणजीत चौटाला को आदमपुर में 15 हजार वोट कम मिले। इसी के चलते आज रणजीत चौटाला की सभा में कुलदीप बिश्नोई के विरोध वाले पर्चे बांटे गए।