समालखा (पानीपत) : हरियाणा में एक ओर विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति (Haryana Politics) गर्मा चुकी है, वहीं सोमवार को पानीपत जिले से एक बुरी खबर भी आई है। आज एक चर्चित नेता रणधीर सिंह का निधन हो गया। यह वही रणधीर सिंह थे, जिनके नाम न सिर्फ समालखा के पहले विधायक का, बल्कि एक ही रात में दो-दो पार्टियां बदलने का भी टैग जुड़ा हुआ है।
1967 में बने थे समालखा के पहले विधायक
बता देना जरूरी है कि हरियाणा 1 नवंबर 1966 को पंजाब से अलग होकर एक नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था। इसके बाद 1967 में जब राज्य में अपनी सरकार चुनने के लिए विधानसभा चुनाव हुए तो पानीपत जिले के समालखा से रणधीर सिंह विधायक बने थे। खास बात यह भी है कि प्रदेश की राजनीति में आया राम-गया राम (दल बदल) की राजनीति भी उसी साल शुरू हुई थी। यहां तक कि एक ही रात दो पार्टियां बदलकर खुद रणधीर सिंह खासे चर्चा में रहे थे। अब राजनीति के इस पुरोधा का निधन हो गया है।
दिल्ली के अस्पताल में ली अंतिम सांस
इस बारे में पूर्व विधायक रणधीर सिंह के दामाद चांद ढांडा ने बताया कि 89 वर्षीय रणधीर सिंह पिछले कुछ वक्त से बीमार थे। उन्हें पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में दिल्ली के एक अस्पताल से उनका उपचार चल रहा था। सोमवार को अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली है। दोपहर 3 बजे उनका अंतिम संस्कार पानीपत में कर दिया गया।