ब्यूरो रिपोर्टः राकेश टिकैत (Rakesh tikait ): भाकियू के संस्थापक किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की 13वीं पुण्यतिथि सिसौली के किसान भवन पर मनाई जा रही है। टिकैत ने किसानों को एकजुट कर सिर्फ लखनऊ और दिल्ली ही नहीं, बल्कि विदेशों के किसान आंदोलन में भी हिस्सा लिया। किसानों का कारवां उनके पीछे चलता रहा। बता दे कि राकेश टिकैत (Rakesh tikait ) ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि अपने संपूर्ण जीवन में आप किसान हितों की लड़ाई को लड़ने के लिए हमेशा आगे रहे हैं ।
Rakesh tikait महेंद्र सिंह टिकैत की 13वीं पुण्यतिथि पर दी प्रतिक्रिया
किसान कमेरा वर्ग की समस्या को देखकर आप उसके निवारण के लिए हमेशा चिंतित रहते थे, और प्रयास करते थे की कैसे उसे हल किया जाए देश के ग्रामीण क्षेत्र को आप हमेशा मुख्य धारा में लाने के लिए खेत की पगडंडी से लेकर सड़कों तक संघर्ष करते रहे, आगे राकेश टिकैत (Rakesh tikait ) ने कहा कि देश में किसानों व मजदूरों को उनका अधिकार दिलाने के लिए आंदोलन का रास्ता हो या सरकारों से वार्ता के माध्यम से नीति निर्माण का रास्ता हो आपने हमेशा किसान को प्राथमिकता दी है ।
आज के इस संघर्ष पूर्ण दौर में हम सभी का प्रयास रहता है कि आपके द्वारा किए गए कार्यों से प्रेरणा लेते हुए देश के किसान,मजदूर,आदिवासी,दलित,शोषित,पिछड़ा वर्ग को देश की मुख्य धारा से जोड़ा जाए और अपने हकों व अधिकार के लिए निरंतर यह प्रयास जारी रखा जाए। राकेश टिकैत (Rakesh tikait ) ने कहा कि जब भी हम सभी संघर्ष के दौर से गुजरते हैं हमेशा आपकी कमी महसूस करते हैं।
लेकिन आपके द्वारा किए गए कार्य व संघर्ष हमें ऊर्जा देने का काम करते हैं संघर्ष के इस दौर में इस लड़ाई को जारी रखना ही आपके लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस दिवस पर श्रद्धापूर्वक आपके चरणों में वंदन व नमन करते हुए भावपूर्ण पुष्पांजलि अर्पित करते हैं