मुजफ्फरनगर (अमित कुमार): 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए और राष्ट्रीय लोक दल के बीच हुए गठबंधन के बाद बुधवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश की हॉट सीट कहे जाने वाली मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर स्थित एक बैंकट हॉल में (BJP) भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन (एनडीए) की एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें जहां मुजफ्फरनगर व बिजनौर लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी मौजूद रहे.
तो वही कार्यक्रम में दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया बैठक के दौरान बिजनौर लोकसभा सीट और मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर चुनाव को लेकर योजना भी बनाई गई। इस दौरान जहाँ मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से भाजपा (BJP) प्रत्याशी डॉक्टर संजीव बालियान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देखिए राष्ट्रीय लोकदल एवं (BJP) भारतीय जनता पार्टी (BJP) का जो गठबंधन हुआ है तो मुजफ्फरनगर व बिजनौर लोकसभा की आपस में परिचय बैठक एवं आपस में पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं का मिलना और एक संदेश कि हम लोकसभा का चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे.
क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ता बिजनौर लोकसभा का चुनाव संभालेंगे.वहीं राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता मुजफ्फरनगर का चुनाव संभालेंगे तो सब मिलकर इस चुनाव को लड़ेंगे और और मोदी जी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाएंगे साथ ही उत्तर प्रदेश की 80 सीटे जीतने का लक्ष्य लेकर आज हमने काम किया है,
भैया जैसी तैयारी चुनाव की होती है वह सारी चल रही है, यह तो जनता बताएगी क्योंकि चुनाव तो लड़ना ही पड़ता है एवं निर्विरोध तो आप चुनाव करवाओगे नहीं तो चुनाव होगा, माहौल, खुशबू और हवा तो ऐसी ही है जैसी 2014 में थी, कोई बात नहीं हम ऐसा कोई काम नहीं करते एवं 10 साल से मैं सांसद हूं तो ना कोई जाति न कोई धार्मिक तनाव मुजफ्फरनगर जनपद में हुआ है वही मैं जनता का धन्यवाद करूंगा की बड़ी शांति से 10 साल गुजरे हैं और वह दौर चला गया अब मोदी राज व योगीराज है तो अब भाई दंगा नहीं होता।
BJP-लोकदल संयुक्त की हुई बैठक
तो वही योगी मंत्रिमंडल में शामिल हुए लोकदल विधायक अनिल कुमार ने बताया कि आज एनडीए की एक संयुक्त बैठक थी क्योंकि अभी हाल में राष्ट्रीय लोक दल एनडीए में शामिल हुआ है एवं हमारे दोनों प्रत्याशी जनपद मुजफ्फरनगर से आदरणीय (BJP) संजीव बालियान जी वह बिजनौर से चंदन चौहान जी दोनों लोकसभा के समर्पित कार्यकर्ता और नेता यहां मौजूद थे तो एक समन्वय बैठक थी, एक कोऑर्डिनेशन बैठक थी, एक परिचय बैठक थी तो सभी ने आपस में परिचय किया है
और तमाम सभी कार्यकर्ताओं ने बड़ा उत्साह दिखाकर एक संकल्प लिया है कि हमें अपने दोनों प्रत्याशियों को भारी मतों से जिताकर यहां से भेजना है वही मुझे लगता है कि यहां इस बैठक में सर्व समाज के लोग मौजूद थे और यह बड़ी बात होती है जिस प्रत्याशी को सर्व समाज का वोट मिलता है वह वह कभी नहीं आता यह मेरा मानना व मेरा अनुभव है, वह वोट एनडीए को मिलेगी क्योंकि देखिए दलित समाज़ को जो सम्मान दिया है
वह एनडीए ने दिया है एवं आदरणीय जयंत चौधरी जी ने दिया है और माननीय मुख्यमंत्री जी ने जिम्मेदारी दी है तो एनडीए को वोट मिलेगा साथ ही राजनीति में सम्मान की बात होती है किस प्रकार किस वर्ग को कैसे-कैसे सम्मान देने की बात होती है यह सभी राजनीतिक दल की अपनी स्ट्रेटजी जो होती है तो जब एनडीए ने सम्मान दिया तो हमारे समाज के लोग सम्मान देंगे एवं यह सभी हमारे वाले खड़े हैं.
और किसी से पूछ लो अगर कोई मना कर दे कि हम वोट नहीं देंगे, नहीं सब हमारे ही हैं, देखिये मेरी बात सुनो ज़ब सत्ता-विपक्ष होता है एवं मान लों में सत्ता में हूं तो मेरे पास जो कार्यकर्ता आएगा मुझे अपने कार्यकर्ताओं की बात सुननी पड़ती है वहीं अगर मान लो भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने कार्यकर्ताओं की बात उस समय सुनी है जब हम लोग विपक्ष में थे तो वह कहीं गलत नहीं है और हम उस समय अपनी जगह सही थे सत्ता अपनी जगह सही थी तो यह होता है जब हम लोग सत्ता में थे मतलब जब बीजेपी (BJP) सत्ता में रही तो हम लोग सत्ता में रहे हैं
तो यह होता है और किसी का अहित करने की कोई मंशा किसी नेता की नहीं होती और जो भी सिफारिश विधायक, एमपी या मिनिस्टर करता है ना वह सब जनता के कहने से करता है कोई बोर्ड नहीं लगता है की आओ और सिफारिश कराओ व इस्तिहार नहीं दिया जाता वह हम और आप लोग ही सिफारिश करते हैं तो लोकतंत्र में लोगों की सिफारिश व मदद करनी पड़ती है जिसमें किसी का हित और अहित भी हो जाता.
और उसी के लिए समन्वय बैठक आज रखी गई थी कि पहले अगर कोई ऐसी बात है तो वह बात समाप्त हो जानी चाहिए क्योंकि मेन बात यह है कि नेता के निर्देश से बड़ा निर्देश कुछ नहीं हो सकता, बीएसपी के प्रत्याशी कब बदल जाए तो इतना पर्चा ना भरा जाए व इतना सिंबल ना आ जाए तब तक कुछ पता नहीं है