Muzaffarnagar Me Acharya Pramod Krishnam Ne Samajwadi Party Par Hamla Bola
मुजफ्फरनगर (संवाददाता गौरव चौटाला) : मंगलवार को मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) में राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल के आवास पर पहुँचे आचार्य प्रमोद कृष्णम ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सपा अराजकतावादी पार्टी है और इसके संबंध आतंकवादियों से हैं। उनका आरोप था कि जब सपा की सरकार होती है तो अराजकतावादी और असामाजिक तत्व हावी हो जाते हैं और उत्तर प्रदेश में हिंदू-मुस्लिम संघर्ष को बढ़ावा दिया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि सपा और कांग्रेस देश को नेपाल या बांग्लादेश जैसा बनाने की कोशिश में हैं।

समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर गंभीर आरोप
मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) में प्रमोद कृष्णम ने कहा कि समाजवादी पार्टी जानबूझकर हिंदू और मुस्लिम समुदायों में नफरत फैलाना चाहती है ताकि सत्ता में बने रहने के लिए राजनीतिक लाभ उठाया जा सके। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेता देश में अराजकता फैलाना चाहते हैं और “योगी आदित्यनाथ और नरेंद्र मोदी के नाम से नफरत करते हैं।”
उनके अनुसार, “जहाँ ‘लव’ है वहाँ ‘प्रोटेस्ट’ नहीं हो सकता, और जहाँ प्रोटेस्ट है वहाँ लव नहीं हो सकता।” उन्होंने कहा कि मोहब्बत का असली अर्थ धमकी देना नहीं है, बल्कि सच्ची मोहब्बत शांतिपूर्ण होनी चाहिए।
मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी की सही व्याख्या बहन मायावती ने की थी, जिन्होंने इसे “चढ़ गुंडों की छाती पर मोहर” बताया था। उन्होंने कहा कि सपा की राजनीति सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की राजनीति है।
गोवंश और गोहत्या पर मांग
मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) में प्रमोद कृष्णम ने पूरे देश में गोवंश की हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध की भी मांग उठाई। उन्होंने कहा कि गौ हमारी माता हैं और पूरे भारत में गोहत्या रोकने के लिए राष्ट्रीय कानून लाना चाहिए। उन्होंने इसे सनातन धर्म की रक्षा का हिस्सा बताया और कहा कि हिंदू स्थान में पैदा होने वाला हर व्यक्ति हिंदू है, इसलिए यह मांग सभी हिंदुओं का अधिकार है।
उन्होंने कहा:
“भारत हिंदू स्थान है और यहाँ पैदा होने वाला प्रत्येक व्यक्ति हिंदू है। बच्चे पैदा कम या ज्यादा करने से फर्क नहीं पड़ता, लेकिन गोवंश की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है।”
वोट चोरी और राजनीतिक बयानबाज़ी
प्रमोद कृष्णम ने मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वोट चोरी का आरोप लगाने वाली वही पार्टी है जिसका इतिहास ही चोरी का रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले “चौकीदार चोर है” और “राफेल चोरी” जैसे आरोप लगाकर चुनावी राजनीति की और अब “वोट चोरी” का मुद्दा उठा रही है। उनका कहना था कि बिहार की जनता इस पर जवाब देगी, जैसा हरियाणा और महाराष्ट्र की जनता ने दिया था।
उन्होंने कहा कि 2029 में पूरे देश की जनता इस विषय पर फैसला देगी। उन्होंने इसे लोकतंत्र की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया बताया।
राजनीतिक और धार्मिक संदेश
मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने भाषण में सपा और कांग्रेस के खिलाफ तीखे राजनीतिक संदेश दिए और हिंदू-मुस्लिम एकता, धार्मिक पहचान और सुरक्षा के मुद्दों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत हिंसा की अनुमति सनातन धर्म नहीं देता और सभी को शांतिपूर्ण तरीके से अपने मत व्यक्त करने चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर-मस्जिद विवाद अदालत में विचाराधीन है और अदालत जो फैसला करेगी, वह सभी को स्वीकार करना चाहिए।
मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) में आचार्य प्रमोद कृष्णम का यह बयान केवल एक राजनीतिक बयान नहीं है, बल्कि इसमें धार्मिक और सामाजिक संदेश भी शामिल हैं। उनके विचार और आरोप न केवल सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच राजनीतिक बहस को तेज करेंगे, बल्कि आगामी चुनावी रणनीतियों और स्थानीय राजनीतिक माहौल पर भी असर डाल सकते हैं।